Monday, November 18, 2024

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इस्लाम

‘यहाँ इस्लामोफोबिया नहीं, जफरुल इस्लाम ने भारत की छवि खराब करने की कोशिश की है’

"मुझे लगता है जफरुल इस्लाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अरब से मिले सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जाएद’ को भूल गए हैं।"

‘अश्वमेध यज्ञ साम्राज्यवाद की निशानी’ बोलने के बाद जावेद अख्तर ने तारिक फतेह को गिनाई खिलजी की अच्छाइयाँ

जावेद अख्तर और तारिक फतेह के बीच तीखी बहस हुई। तारिक ने कहा कि अगर दुनिया भर के 10% मुस्लिम भी फ़ण्डामेंटालिस्ट हो गए तो...

कट्टर हिन्दुओं सँभल जाओ, वरना अरबी मुस्लिमों की आँधी ले आएँगे हम: दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष

दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कुवैत को 'भारतीय मुस्लिमों के साथ खड़े होने' के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने ज़ाकिर नाइक तक को...

‘केवल हलाल मांस ही बेचेंगे’ – मीट कम्पनी Licious ने झटका के डिमांड को ठुकराया

Licious बेंगलुरु बेस्ड मीट कम्पनी है। कम्पनी ने स्पष्ट किया है कि वो केवल हलाल मीट ही बेचेगी। यानी, सिर्फ़ मजहब की भावनाओं का सम्मान...

उम्माह के पैरोकार इक़बाल ने कैसे बदल दिया था ‘सारे जहाँ से अच्छा’ तराना: कट्टरपंथी थे Pak के जनक

अगर आप इस्लामी कट्टरपंथी अल्लामा इक़बाल का 'सारे जहाँ से अच्छा' गाते हैं तो आपको 'तराना-ए-मिल्ली' के बारे में जरूर जानना चाहिए।

‘कोरोना काफिरों के लिए है, वुज़ू करने वालों को सिर्फ मौत आ सकती हैं, ये बीमारी नहीं’

"ये जो बिमारी है, ये इंशा अल्लाह हमको बिलकुल भी नहीं आएगी, हमारा भरोसा अल्लाह पर है। जो काफिर हैं, वही डरते हैं इससे, उनको इस चीज का ज्यादा खौफ है।"

सरकार नहीं, मुल्ला-मौलवियों की बातें मानते हैं मुस्लिम: जमातियों की हरकतों से याद आई बाबा साहब की कही बातें

जमातियों की हरकतों को देखें तो आज यही पता चलता है। उन्होंने इस्लाम के नाम पर मेडिकल सलाहों को धता बताया और इस्लामी रीति-रिवाजों का अनुसरण करने के चक्कर में देश से पहले मजहब को रखा, जो आम्बेडकर की बातों को आज भी सत्य सिद्ध करती है।

अल्लाह ने काफिरों की तबाही के लिए भेजा कोरोना, हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा: मजहबी महिलाओं का दावा

महिलाओं ने दावा किया कि काफिर समुदाय विशेष पर अत्याचार करते हैं, इसीलिए वो इस वायरस के कारण तबाह हो जाएँगे। महिलाओं ने दावा किया कि इससे उनका तो कुछ नहीं बिगड़ेगा लेकिन काफिरों की तबाही आ जाएगी, इसका उन्हें पूरा विश्वास है।

‘एक्टर 1 नंबर के हो लेकिन आदमी दो कौड़ी के’ – RSS का समर्थन करने पर कट्टरपंथियों ने दी मनोज जोशी को गाली

"अगर तबलीगी लोगों को जान गए तो उन्हें भगवान की तरह पूजोगे। तबलीगियों ने अंग्रेजों को धूल चटाई थी और RSS के मुखबिरों ने अंग्रेजों के पैर की धूल चाटी थी। आरएसएस सिर्फ अंग्रेजों की गुलामी कर सकता है।"

हस्तमैथुन, समलैंगिकता, सबके सामने शौच-पेशाब: ‘इस्लाम ऑन द मूव’ किताब में तबलीगियों की पूरी ट्रेनिंग की कहानी

“आज हर कोई आइसोलेशन में रखे गए तबलीगियों को देखकर हैरान है कि वे इतना क्यों थूक रहे हैं। तो बता दें कि उनका धर्मशास्त्र उन्हें ऐसा करने की शिक्षा देता है कि नमाज पढ़ते समय या मजहबी कार्य करते समय शैतान की दखलअंदाजी खत्म करने के लिए वो ये करें।"

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