सुप्रीम कोर्ट में बी.आर. गवई और के.वी. विश्वनाथन की बेंच ने कहा कि जब इस मामले की जाँच चल रही थी, तो मुख्यमंत्री द्वारा इस तरह का सार्वजनिक बयान देना कितना उचित था।
रेड्डी ने नायडू पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और टीटीडी की पवित्रता पर सवाल उठाकर जनता में भ्रम फैला रहे हैं।
टीटीडी ने कहा है कि प्रसादम की शुद्धता को फिर से स्थापित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि घी आपूर्ति और उसके इस्तेमाल में पूरी सावधानी बरती जाती है, ताकि प्रसाद की पवित्रता और भक्तों की आस्था बनी रहे।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मंदिर के प्रसाद में घटिया घी का इस्तेमाल होता था जिसमें जानवर की चर्बी होती थी। उनकी सरकार आने के बाद मामले में संज्ञान लिया गया। अब ठेका नंदिनी ब्रांड को दिया गया है।
चंद्रबाबू नायडू 12 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। नायडू की कैबिनट में कुल 25 मंत्री बनाए जाएँगे, जिसमें से जनसेना से 4 और BJP से 2 विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है।