पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, संस्थान ने डेवलेपमेंट स्टडीज में डॉक्टरेट कर रहे रामदास प्रिंसी शिवानंदन (30) पर मुंबई, तुलजापुर, हैदराबाद और गुवाहाटी में अपने कैंपस में प्रवेश करने पर भी पाबंदी लगा दी है।
शोधकर्ताओं और डॉक्टरों ने दस वर्षों की मेहनत के बाद यह दवा बनाने में सफलता पाई है। इससे कैंसर का इलाज करवा चुके रोगियों में दोबारा कैंसर की संभावना भी कम करेगी और कीमोथैरेपी या रेडियोथैरेपी से होने वाले साइड इफेक्ट भी 50% कम करेगी।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था वर्तमान में भारत के दसवें हिस्से के बराबर भी नहीं है। हालत इतनी पतली है कि उससे ज्यादा मार्केट कैप भारतीय कारोबारी टाटा समूह की है।