निसार ने घरवापसी करते हुए कहा, "मुझे हिंदुओं की तरह रहना अच्छा लगता था। इसलिए मैं तिलक लगाता था। मेरी आस्था जिस धर्म में है, मैं उसे भारत में अपना सकता हूँ।"
1910 में 26 अगस्त को अल्बेनिया में पैदा हुई उस लड़की को दुनिया ने जाना 'मदर टेरेसा' के नाम से। उसे करुणा और सेवाभाव की मूर्ति के तौर पर वैसे ही प्रचारित किया गया, जैसे संत वेलेंटाइन को प्रेम का मसीहा बताया जाता है।
चंद्रेशेखर द्वारा किए गए ऐलान के बाद भाजपा नेतका सोगाड़ू शिवन्ना ने उनसे मुलाकात की और समझाया कि ऐसा न करें। इसके बाद उन्होंने ही पुजारी का शुद्धिकरण करवाया।
पाकिस्तान में एक ईसाई लड़की के अपहरण और धर्मांतरण का मामला सामने आया है। आरोप है कि घर में रहने वाले इमरान ने ही अपनी बीवी को भेज बच्ची को किडनैप कराया।