''संघ की तुलना तालिबान से स्वीकार्य नहीं है। हमारे देश में ज्यादातर लोग धर्मनिरपेक्ष हैं और तालिबान की विचारधारा को स्वीकार नहीं करेंगे। भारत में हिंदू बहुसंख्यक है, इसके बावजूद यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है।"
अरुण ने लिखा, “मैं तुझसे वादा करता हूँ एहसान फरामोश नारायण राणे कि तेरे मरने के बाद काशी में तेरी अस्थियाँ विसर्जित नहीं करने दूँगा। तेरी आत्मा सदियों तक भटकते रहेगी।”
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की एफआईआर के बाद गिरफ्तारी और उसके बाद जमानत, लगभग सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा माना जा रहा था। लेकिन यह लोकतांत्रिक विमर्श के लिए खतरे की घंटी है।