यही वो लोग थे जिनके कारण देश में वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार हुआ। कॉन्ग्रेस की मशीनरी ने इस दुष्प्रचार में बड़ा योगदान दिया। ये लोगों के बीच घुले-मिले रहे और चर्चाओं में ही वैक्सीन पर दुष्प्रचार करते रहे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में संक्रमण के नए मामलों में कमी और रिकवरी रेट बेहतर होना सुखद है। हालाँकि लोगों को कोविड बिहेवियर को जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच एडिटर गिल्ड का ये बयान मीडिया के रवैये से थोड़ा विरोधाभासी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस महामारी में कई पत्रकार अपनी मर्जी से जनता तक जानकारियाँ पहुँचाने के काम में लगे रहे।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह दावा किया कि वैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण 20 मई तक 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए टीकाकरण शुरू नहीं हो पाएगा लेकिन केंद्र ने जानकारी दी है कि राज्य में अभी भी वैक्सीन के 1 करोड़ डोज उपलब्ध हैं।
महाराष्ट्र के कल्याण से भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने कोरोना काल में एक नई मिसाल पेश की है। बेटे के शादी के लिए जमा राशि से जनता को वैक्सीन लगवाने का फैसला किया है।