भावेश ने अपनी शिकायत में कहा कि वो, राजू प्रजापति और एक अन्य साथी जुबली सर्कल पहुँचे, जहाँ निजाम और इरफान भी पहुँच गए। निजाम ने यहाँ राजू के सीने पर हमला बोल दिया।
अपराधी की पहचान मोहम्मद उमर उर्फ उमरदीन के रूप में हुई है जो उत्तर प्रदेश के बेहराइच का निवासी है। वह देश छोड़कर नेपाल चला गया था, जहां वह 12 वर्षों से फर्जी पहचान पत्र के साथ रह रहा था।
बरुईपुर पुलिस जिले के एक अधिकारी ने कहा, “सद्दाम और उसका भाई सैरुल कई मामलों में आरोपित हैं। पुलिस के उनके घर पर छापा मारे जाने की स्थिति में भागने के लिए ही घर में सुरंग बनाई गई थी।"