विषय
Dharm
काला वस्त्र, नंगे पैर, जमीन पर सोना… RRR फेम राम चरण तेजा 41 दिनों की कठोर साधना पर, पूरी कर रहे ‘अयप्पा दीक्षा’
एक तरफ RRR एक हजार करोड़ की कमाई के आँकड़े को छूने वाली है। दूसरी तरफ इस फिल्म के अभिनेता राम चरण तेजा 'अयप्पा दीक्षा' पर हैं।
‘हमारे दो धर्म योद्धाओं को रिहा किया जाए, वरना भयानक होंगे परिणाम’: संत सम्मेलन में चेतावनी, ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने की माँग
प्रयागराज के संत सम्मेलन में अल्पसंख्यक शब्द को खत्म करने की माँग के साथ 2023 तक भारत के हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की भविष्यवाणी हुई।
अब महंत नरसिंहानंद पर चलेगा सुप्रीम कोर्ट की अवमानना का मामला, अटॉर्नी जनरल ने दी मंजूरी: अलीगढ़ की ‘धर्म संसद’ स्थगित
महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती ने अलीगढ़ धर्म संसद को लेकर कहा कि इसे बाद में फिर से आयोजित किया जाएगा, अभी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है।
भगवा झंडे से समुदाय विशेष को परेशानी क्यों? वो ध्वजा है, मिर्ची नहीं!
भगवा रंग किसी की आँखों को चुभता है तो समस्या उसकी है। ये उसकी दुष्टता है कि उसे हमारे धर्म के प्रतीक चिह्नों से घृणा है।
मुस्लिम युवक ने मुंडन करा ली दीक्षा, बनेंगे मुख्य पुरोहित: पिता ने भी मठ के लिए दी थी 2 एकड़ जमीन
चार बच्चों के पिता शरीफ बचपन से बसवन्ना की शिक्षाओं से प्रभावित रहे हैं। तीन साल से वे लिंगायत धर्म के बारे में शिक्षा ले रहे थे। बीते साल नवंबर में दीक्षा ली थी। अब 26 फरवरी को मुख्य पुरोहित की जिम्मेदारी वे सॅंभालेंगे।
जिसने घर-घर तक गीता पहुँचाया, धर्म की सेवा ‘घाटे का सौदा’ नहीं की सीख दी, उनकी जयंती पर नमन
बंगाली बड़ी तेज़ी से हिन्दू से ईसाई बनते जा रहे थे। कारण था - कलकत्ता ईसाई मिशनरी। युवा हनुमान प्रसाद पोद्दार ने गीता प्रेस के साथ...
भारत, धर्म और कानून: ‘आधुनिक’ भारतीय मानस की औपनिवेशिक दासता
हर भारतीय उद्गम का संस्थान कटघरे में खड़ा हो जीवित रहने, अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए गुहार करता, तर्क-वितर्क करने पर मजबूर दिखता है।
पवन वर्मा जी, टीवी सीरियल से धर्म सीखने वाले आपकी तरह मूर्खतापूर्ण बातें ही करते हैं
पवन वर्मा जैसे पढ़े-लिखों ने राम को 'कैलेंडर-आर्ट' में तब्दील किया, और फिर टीवी पर डालडा की तरह नीरस किरदार के रूप में विकृत छवि का जमकर प्रचार किया।
मोदी जी, एक हिन्दू को आपकी बजाय ट्रम्प से मदद की गुहार क्यों करनी पड़ रही है?
हम 'हिन्दू होमलैंड' इज़राइल की तर्ज पर बना सकते हैं, जहाँ हर नागरिक के अधिकार समान होंगे, लेकिन प्रताड़ित हिन्दुओं के लिए हिंदुस्तान 'होमलैंड' दे सकता है।
व्यक्तिगत रूप से हम हिन्दू सभ्यता को बचाए रखने के लिए आखिर क्या कर सकते हैं?
हिन्दू धर्म और प्रथाओं, परम्पराओं के प्रचार-प्रसार में शामिल लोगों को भी हमेशा सचेत रहना चाहिए कि हमारे ज्ञान और प्रणालियों को इतना धूमिल या व्यवसायीकृत न किया जाए कि उनके मूल रूप, उनकी आत्मा से छेड़-छाड़ होने लगे या वह क्षीण हो जाए।