मिलिंडा की बिल से पहली बार तब मुलाकात हुई थी, जब उन्होंने 1980 में माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी शुरू की थी। दोनों मिल कर 'बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन' चलाते हैं।
कन्या पक्ष वालों ने नए कपड़े लेने की ज़िद ठान दी। वर पक्ष का कहना था कि नए कपड़े ख़रीदे गए थे लेकिन सब घर पर छूट गए हैं। बवाल बढ़ने पर सभी बारातियों को बंधक बना लिया गया। विवाद इतना बढ़ गया कि जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख और मुखिया अब्दुल मियाँ को वहाँ पहुँच कर हस्तक्षेप करना पड़ा।
लैंगिक संबंधों के मशहूर जानकार रॉलो तोमासी कहते हैं कि महिलाएँ अपना यौन और सामाजिक जोड़ीदार हमेशा अपने से ‘ऊँचे’ दर्जे का ही चाहतीं हैं- और यह उनकी प्राकृतिक-जेनेटिक प्रवृत्ति है। यह अनुवांशिक विकास से विकसित हुई विशेषता है।