जिनके लिए शिया भी काफिर हो चुका हो, अहमदिया भी, उनके लिए ईसाई तो सबसे पहला दुश्मन सदियों से रहा है। ये तो वो युद्ध है जो ये बीच में हार गए थे, लेकिन कहा तो यही जाता है कि वो तब तक लड़ते रहेंगे जब तक जीतेंगे नहीं, चाहे सौ साल लगे या हजार।
क्लास के दौरान ही शिक्षक ने 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' के बारे में समझाते हुए 'शार्ली एब्दो' में प्रकाशित पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून दिखाया। हत्यारा 'अल्लाहु अकबर' चिल्ला रहा था।
पेरिस में तेज धमाके सी आवाज आने के बाद लोगों के होश उड़ गए। धमाके की दहशत इतनी थी कि जो जहाँ था, वहीं ठहर गया। लोगों को समझने में देर लगी कि आखिर हुआ क्या?