ज्ञानवापी के वजू खाने में मिले शिवलिंग को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने खुलासा किया है कि मुस्लिम पक्ष द्वारा शिवलिंग तोड़कर फव्वारा बनाने का प्रयास हुआ।
कहा जाता है कि जब औरंगजेब की फ़ौज ने काशी के केदार मंदिर में नंदी की प्रतिमा को तोड़ा तो उसके गर्दन से खून टपकने लगा। मुग़ल वहाँ से डर के मारे भाग खड़े हुए।
हिंदुओं से संबंधी करीब 102 मामले ऐसे हैं जिनमें हरिशंकर जैन और विष्णु जैन में से कोई एक या फिर दोनों अदालत में पेश हुए हों। सबसे पुराना मामला 1990 का है।
ज्ञानवापी केस में हिन्दू पक्ष द्वारा काशी विश्वनाथ के आगे कान पकड़ कर महादेव से 300 साल तक उनकी पूजा न कर पाने के लिए माँगी गई माफ़ी। पूजा के लिए कोर्ट में याचिका।