छठ पूजा एक ऐसा पर्व है जो जीवन में संयम, शुद्धता, और आत्म-नियंत्रण की भावना को जागृत करता है। यह हमें प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने का संदेश देता है।
5 नवंबर, 2024 से नहाय-खाय के साथ सूर्योपासना के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत हो चुकी है। 7 नवंबर तारीख को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। 8 नवंबर को उगते सूर्य को।
भैया दूज को मनाने के पीछे यमराज और उनकी बहन यमुना से जुड़ी एक प्रसिद्ध कथा है। सदियों से माना जाता है कि अगर शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भाई अपनी बहन से तिलक कराता है तो उसके बल में वृद्धि होती है।