प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने कहा "हमें हमारे पैसे दिलाए जाएं। हमें इससे कोई मतलब नहीं कि कोर्ट या फिर आरबीआई क्या कर रहा है, हमें बस अपने पैसे चाहिए, क्योंकि जितने पैसे मैंने जोड़कर खाते में जमा किए थे वह मैं अब फिर से नहीं कमा सकता।"
मुंबई मेट्रो ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करता है। उसने साफ़ किया कि आरे मिल कॉलोनी क्षेत्र में अब एक भी पेड़ नहीं काटा जाएगा। हालाँकि, काटे गए पेड़ों, लड़कियों व अन्य चीजों को वहाँ से साफ़ करने और हटाने का काम अनवरत चालू रहेगा।
मुंबई मेट्रो की प्रमुख अश्विनी भिड़े ने कहा है कि यह क़दम अनिवार्य था, इसे टाला नहीं जा सकता था। उन्होंने कहा कि कभी-कभी नए जीवन के फलने-फूलने के लिए और नए निर्माण के लिए तबाही अनिवार्य हो जाती है।
प्रस्तावित मेट्रो शेड के कारण व्यापक विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे, इसमें विभिन्न एनजीओ और फ़िल्मी सितारे शेड का विरोध करने के लिए एकजुट हुए थे। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि वर्तमान सरकार शहर को तबाह कर रही है, जंगलों को नष्ट कर रही है और सरकार का यह क़दम पर्यावरण विरोधी है।
आरोपित पादरी वसई में एक प्रार्थना सेंटर चलाता है और तरह-तरह के रोगों को ठीक करने के दावे करता रहा है। वह इसके एवज में रुपए लिया करता था। लोग उसके प्रेयर सेंटर में आकर प्रार्थना करते थे और फिर वहाँ उनका 'उपचार' किया जाता था।
ऐसी परियोजनाओं के आने या न आने से इस तरह के अमीरों को फर्क नहीं पड़ता। वो शायद मेट्रो में कभी नहीं चढ़ेंगे, क्योंकि उनके पास ड्राइवर के साथ कार उपलब्ध है। वो बुलेट ट्रेन पर भी नहीं बैठेंगे, क्योंकि वो हवाई जहाज से आते-जाते हैं। वो अगर सेट पर लेट भी पहुँचेंगे तो उनकी सैलरी नहीं कटेगी।
अपने SUV कारों से 'Save Aarey' प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले सेलेब्स क्या मुंबई की करोड़ों लोगों की ज़रूरतों को समझते भी हैं? सरकार 2185 पेड़ काटेगी तो 13,000 से भी अधिक लगाएगी भी। 3000 एकड़ के आरे क्षेत्र के 2.5% की ही मेट्रो को ज़रूरत है।
ट्रेन की गेट पर कौन खड़ा होगा - मैं या तू? मुंबई लोकल में इसी बात पर कहा-सुनी हुई। लेकिन महेश ने सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि इतनी छोटी सी बात पर आसिफ़ उसकी उँगली खा जाएगा। उसे ट्रेन से बाहर फेंकने के लिए...
महिला का बीते साल ही तलाक हुआ था। आरोपी अमजद मुंबई में उसकी बहन का पड़ोसी है। महिला जब भी बहन के पास आती वह उसे घुमाने ले जाता। नजदीकियॉं बढ़ने पर उसने महिला को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
पीड़ित महिला बस का इंतज़ार कर रही थी। तभी आरोपित शकील ने उसे अपने ऑटो में बैठने को कहा। महिला के मना करने पर उसने अपनी पैंट की ज़िप खोलकर गुप्तांग निकाला और दिखाने लगा। जब महिला अपनी माँ को फ़ोन करने लगी तो वहाँ से चले जाने की बजाय उसने वहीं हस्तमैथुन...