पीएम मोदी ने भाषण में मुस्लिमों को घुसपैठिए नहीं कहा, उन्होंने दोनों शब्दों में अलग संदर्भ इस्तेमाल किया, मगर जुबैर जैसे लोग क्लिप शेयर करके उन्हें इस्लामोफोबिक साबित कर रहे हैं।
अदालत ने कहा कि धार्मिक विश्वास नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और धार्मिक विश्वासों को कमजोर करने या अपमानित करने का कोई भी कार्य धर्मनिरपेक्षता और सहिष्णुता का "गंभीर अपमान" है।