न्यायमूर्ति अनीता सुमंत ने कहा था कि जातियों में समस्या है लेकिन यह व्यवस्था एक सदी से भी कम पुरानी है और इसका दोष पुरातन वर्ण व्यवस्था पर नहीं मढ़ा जा सकता।"
कौशांबी में सनातन विरोधी समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या को काले झंडे दिखाए गए हैं। 'हिंदू जागरण मंच' के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।
हिंदुओं के करीब 500 साल के संघर्ष और सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले ने इस क्षण का आना सुनिश्चित कर दिया था। लेकिन 2024 में ही इस क्षण का आना इसे इतिहास का एक अमिट वर्ष बना जाता है।