Sunday, October 6, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजन'रामायण-महाभारत को क्यों कहें माइथोलॉजी? क्यों नहीं है अपने कल्चर में विश्वास?' तेलुगु स्टार...

‘रामायण-महाभारत को क्यों कहें माइथोलॉजी? क्यों नहीं है अपने कल्चर में विश्वास?’ तेलुगु स्टार बोले – ये हमारा इतिहास

तेलुगु फिल्मों के स्टार विष्णु मंचू ने रामायण और महाभारत को 'माइथोलॉजी' बताने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे इतिहास बताया है। मंचू ने कहा कि भारतीय संस्कृति के सबूत हर तरफ हैं। भगवान राम द्वारा बनाए गए सेतु से लेकर द्वारका नगरी तक। नासा तक हिंदू संस्कृति से जुड़े प्रतीकों की स्थिति स्पष्ट कर चुका है।

तेलुगु फिल्मों के स्टार विष्णु मंचू ने रामायण और महाभारत को ‘माइथोलॉजी’ बताने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे इतिहास बताया है। मंचू ने कहा कि भारतीय संस्कृति के सबूत हर तरफ हैं। भगवान राम द्वारा बनाए गए सेतु से लेकर द्वारका नगरी तक। नासा तक हिंदू संस्कृति से जुड़े प्रतीकों की स्थिति स्पष्ट कर चुका है। मंचू ने भारतीय संस्कृति पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लिया।

तेलुगु सिनेमा के स्टार और मशहूर फिल्मी खानदान से तालुक्क रखने वाले विष्णु मंचू ‘कन्नप्पा’ नाम की फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म का स्क्रीनप्ले भी उन्होंने ही लिखा है और इसकी कहानी पर भी काम किया है। विष्णु मंचू ने कहा कि लोगों को रामायण और महाभारत को ‘माइथोलॉजी’ कहने की जगह इतिहास के तौर पर समझना चाहिए। इससे जुड़े सबूत सामने हैं तो इसे असलियत के तौर पर देखना चाहिए।

विष्णु मंचू ने इंस्टाग्राम पर शेयर एक वीडियो में ये कहते दिखे कि कन्नप्पा फिल्म पर काम करते हुए वे ये सोचने पर मजबूर हुए कि क्या ये सब सिर्फ माइथोलॉजी है? ये सही नहीं है। उन्होंने कहा, “जब हम रामायण पढ़ते हैं और तथ्यों के साथ उसका मिलान करते हैं तो हमें पता चलता है कि यह सत्य को जानने का माध्यम है। राम सेतु एक पुल है जिसके अवशेष रामेश्वरम और श्रीलंका के बीच पाए गए हैं। इसी तरह महाभारत में भी द्वारका साक्षात विद्यमान है।”

विष्णु मंचू ने कहा कि उनका मानना है कि इतिहास जानना पर्याप्त नहीं है, बल्कि व्यक्ति को इतिहास को अपनाना भी चाहिए। कन्नप्पा ऐसा ही करने का एक प्रयास है। मंचू ने कहा कि यह फिल्म उनकी आस्था का एक हिस्सा है, जो भगवान शिव के सबसे महान भक्त की कहानी बताता है।

‘कन्नप्पा’ के बारे में बताते हुए विष्णु मंचू ने कहा, “कन्नप्पा एक सत्य कहानी है। श्री कालहस्ती मंदिर इसकी गवाही देने के लिए खड़ा है। हम भगवान शिव और माँ पार्वती को अपने माता-पिता की तरह मानते हैं। ये मंदिर और वायुलिंगम हजारों सालों से हैं। ये माइथोलॉजी नहीं है, ये एक सच्ची कहानी है। कन्नप्पा भगवान शिव के सबसे बड़े भक्त की सच्ची कहानी है।”

गौरतलब है कि अभिनेता-निर्देशक विष्णु मंचू न्यूजीलैंड में अपनी अपकमिंग फिल्म ‘कन्नप्पा’ का पहला शेड्यूल पूरा कर चुके हैं। मुकेश कुमार सिंह द्वारा निर्देशित यह फिल्म भगवान शिव के भक्त ‘कन्नप्पा’ की अद्भुत स्टोरी पर प्रकाश डालती है। इस फिल्म में प्रभास भगवान शिव की भूमिका निभा सकते हैं, जो मेहमान के तौर पर फिल्म में नजर आने वाले हैं। कुछ समय पहले मंचु इस फिल्म की शूटिंग के दौरान घायल हो गए थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

17000 फीट की ऊँचाई पर 17 किमी पैदल चले ‘डोगरा स्काउट्स’ के जवान, ग्लेशियर में खुदाई… जानिए UP के मलखान सिंह से लेकर केरल...

भारतीय वायुसेना के बलिदानियों के पार्थिव शरीर को उनके अपनों तक पहुँचाने के लिए डोगरा स्काउट्स के जवान किन विषम परिस्थितियों में जुटे रहे आइए जानें।

अमरावती से हरिद्वार तक ‘सिर तन से जुदा’ गैंग का उपद्रव, कहीं पुलिस पर हमला-कहीं भगवाधारी का फूँका पुतला: बोले बीजेपी MLA- डासना मंदिर...

अमरावती पुलिस मुस्लिम भीड़ को समझाने कोशिश कर ही रही थी कि अचानक उन पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस पथराव में कुल 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -