प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों को 'India बनाम भारत' वाले विवाद पर बोलने से भी मना किया और सलाह दी कि जो अधिकृत हैं वही बयान दें। कहा - संविधान में जो है, उस पर डटे रहें।
ममता बनर्जी ने कहा, "हम जानते हैं कि सभी वेद, आराधना और वंदना से मिले हैं। मेरी सरकार बहुत सारे पुरोहितों को पेंशन देती है। वे धार्मिक कार्यों का आयोजन करते हैं।"
हिन्दू धर्म को गाली देना भारतीय राजनीति का 'न्यू नॉर्मल' है, इसकी आदत डाल लीजिए। इनका कद ऐसा है कि इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जो करना है, हिन्दू एकता से ही होगा। उदयनिधि स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे, स्वामी प्रसाद मौर्य या चंद्रशेखर यादव - सब विपक्ष के नए प्रयोग का हिस्सा हैं।