यूक्रेन से लौटी भारतीय छात्रा ने कुछ दिन पहले आरोप लगाए थे कि उन्हें भारत सरकार की कोई सहायता नहीं मिली, जिसके आधार पर वामपंथियों ने अपना प्रोपेगेंडा चलाया।
"जो बोले सो निहाल, राज करेगा खालसा, खालिस्तान ज़िंदाबाद जैसे कई नारे लगाते हुए उनके समर्थक एम्बुलेंस के साथ भी भारी संख्या में मोटरसाइकिल से चल रहे थे।"