दोनों ने मंदिर के भीतर घुसते समय खुद को हिन्दू बताया था, लेकिन पुलिस ने उनमें से एक की पहचान काशिफ़ के रूप में की है। दोनों से पूछताछ जारी है। 20 दिन पहले J&K का एक आतंकी महंत यति की हत्या की सुपारी लेकर आया था।
"महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को शाहजहाँपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। हिन्दुओं, अब तुम्हारी बारी है। समय कोई दयालुता नहीं दिखाता। दूसरा मौका नहीं आएगा।"
महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि वह सनातन धर्म के अनुयायी हैं और किसी भी दूसरे पंथ या मजहब के विरोधी नहीं हैं लेकिन दूसरे मजहब को अपने पर थोपे जाने के विरोधी अवश्य हैं।
शुक्रवार को राजस्थान की अजमेर शरीफ दरगाह बाजार में जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में कट्टरपंथी मुसलमानों की भीड़ इकट्ठा हुई। मुस्लिमों ने नरिसंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी की माँग की।