स्वामी असीमानंद के 40,000 से अधिक ईसाई मिशनरी द्वारा धर्मांतरित इन आदिवासियों की 'घरवापसी' से घबराकर वेटिकन सिटी से लेकर सोनिया गाँधी तक ने डांग क्षेत्र का दौरा किया था।
आरजे फहाद ने आरोप लगाया कि पहले अगर मुस्लिमों की लिंचिंग पर निंदा होती, तो 16 अप्रैल की रात हो सकता है पालघर में साधुओं की भीड़ द्वारा लिंचिंग नहीं की जाती।