गुजरात में एक खास प्रकार की सर्जरी को लेकर नया ट्रेंड शुरू हुआ है। ये कोई आम सर्जरी नहीं है, बल्कि इसके द्वारा किसी पुरुष को महिला बनाया जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो अहमदाबाद में लिंग परिवर्तन कराने के हाल के दिनों में कई मामले सामने आए हैं। सर्जरी करा कर पुरुष खुद को महिला बना रहे हैं। ऐसे 20 व्यक्ति सामने आए हैं, जिन्होंने दोहरे व्यक्तित्व की बात करते हुए पुरुष से महिला बनने की सर्जरी कराई है।
इसके लिए किसी एक सर्जरी की ज़रूरत नहीं होती है, बल्कि कई स्टेज की सर्जरी करानी होती है। इनमें से कई लोग सर्जरी के अलग-अलग स्टेजों पर हैं। हालाँकि, उन्हें समाज का भी डर है।
सामाजिक डर के कारण वो गाँव-शहर में अपनी पहचान छुपा कर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। समाज में कुछ लोगों ने उन्हें सहजता से स्वीकार भी किया है। ‘जेंडर चेन्ज सर्जरी’ बहुत कम ही अस्पतालों में होती है क्योंकि इसकी प्रक्रिया जटिल है।
प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर हर्ष अमीन ने बताया, “2020-21 में सिर्फ अहमदाबाद में ही पुरुष से महिला बनाने वाली लिंग परिवर्तन सर्जरी का आँकड़ा 1000 पहुँच गया है। 1 वर्ष में 50-60 मरीजों ने पूछताछ की, जिनमें से 14 पुरुषों की सर्जरी मैं कर चुका हूँ। मेरी तरह अहमदाबाद में 80 से अधिक प्लास्टिक सर्जन हैं।”
इस तरह से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि लिंग परिवर्तन कराने वालों की संख्या किस हिसाब से बढ़ती ही जा रही है।
अहमदाबाद : जेंडर चेंज सर्जरी को लेकर सहज होता समाज-मुखर होते दोहरे व्यक्तित्व का दंश झेल रहे लोग .. pic.twitter.com/C7QveX6eIa
— kaushlendra singh Rathore (कौशलेन्द्र सिंह) (@ks_rathor) March 8, 2021
अहमदाबाद के वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर श्रीकांत लागवणकर ने जानकारी दी, “कॉर्पोरेट अस्पतालों में इस तरह की सर्जरी के लिए 8 लाख रुपए तक का खर्च आता है। ज्यादातर लोग पहचान उजागर होने से बचने के लिए विदेश में ऐसी सर्जरी कराने जाते थे, लेकिन अब ट्रेंड बदल रहा है। बीते 15 दिनों में ही अहमदाबाद में ही ऐसी 6 लोगों की सर्जरी की जा चुकी है।”
रूस से MBBS करने वाली एक ट्रांसवूमन का जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ था, लेकिन वो मन से खुद को महिला मानती हैं। उन्होंने पहले कभी अपने घर-परिवार में ये बात नहीं बताई थी लेकिन अब वो निःसंकोच इन चीजों का सामना करती हैं और अपना लिंग बदलवा कर पूरी तरह महिला बनना चाहती हैं।
उन्होंने अपना सीमन फ़्रीज कराने की प्रक्रिया पूरी कर ली है। ऐसा करने से बच्चा जैविक तौर पर उन्हीं का होगा, क्योंकि पिता के तौर पर यह उनके सीमन में मौजूद स्पर्म से ही जन्म लेगा। उनका नाम डॉक्टर जेनसूर दायरा है।