लोग किस हद तक अपनी लतों के आदी होते हैं, इसका उदाहरण चीनी व्यक्ति वेई जियानगुओ (Wei Jianguo) के रूप में देख सकते हैं। इन्हें शराब और स्मोकिंग की ऐसी लत लगी है कि यह 14 सालों से एयरपोर्ट पर जिंदगी गुजार रहे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि यहाँ पर अपनी मर्जी के हिसाब से स्मोकिंग और ड्रिंकिंग कर सकते हैं। यहाँ उन्हें रोक-टोक करने वाला कोई नहीं है।
चाइना डेली के मुताबिक, वह अपने घर लौटना भी नहीं चाहते हैं, क्योंकि वहाँ पर रहने के लिए उन्हें यह सबकुछ छोड़ना पड़ेगा। शख्स ने 2018 में ‘चाइना डेली’ से कहा था, “मैं घर वापस नहीं जाऊँगा, क्योंकि मुझे वहाँ कोई आजादी नहीं है। मेरे परिवार ने कहा कि अगर मुझे घर में रहना है, तो सिगरेट और शराब छोड़नी होगी। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो मुझे हर महीने मिलने वाला 1000 युआन का सरकारी भत्ता उन्हें देना होगा। लेकिन फिर मैं अपने लिए सिगरेट और शराब कैसे खरीद सकूँगा?” बता दें, शख्स का घर एयरपोर्ट से लगभग 12 किलोमीटर दूर वांगजिंग में है है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, 2008 में उनका घर पर परिवार वालों के साथ किसी बात को लेकर मनमुटाव हो गया। इसके बाद उन्होंने एयरपोर्ट को आशियाना बना लिया। उन्होंने कई रातें रेलवे स्टेशनों पर भी सोकर बिताई है। फिलहाल उनका बसेरा टर्मिनल 2 पर है, पर वह कभी-कभी टर्मिनल 3 पर भी जाते हैं। टर्मिनल के वेटिंग एरिया में वेई के पास उनके भोजन, पेय पदार्थ, सामान और स्लीपिंग बैग का एक सेट है।
वेई जब 40 साल के थे, तभी उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और अब उन्होंने नई नौकरी ढूँढनी भी छोड़ दी है, क्योंकि उन्हें लगता है कि अब उनकी उम्र काफी ज्यादा हो गई है। बता दें कि वह 60 साल के हैं। वेई ने कहा कि उन्हें अक्सर पुलिस और सुरक्षाकर्मी वांगजिंग स्थित उनके घर ले जाते हैं। लेकिन किसी तरह वह हमेशा किसी न किसी तरह से हवाई अड्डे पर वापस आने में कामयाब हो जाते हैं। चाइना डेली ने बताया कि वेई एयरपोर्ट पर रहने वाले अकेले इंसान नहीं है। दुनिया के सबसे प्रसिद्ध हवाई अड्डे के निवासी ईरानी मेहरान करीमी नासेरी हैं, जो 1988 से 2006 तक पेरिस चार्ल्स डी गॉल के टर्मिनल वन पर 18 साल तक रहे थे।