नौकरी से छुट्टी लेने के लिए आपने अक्सर लोगों को नए-नए बहाने बनाते सुना होगा, लेकिन क्या कभी आपने ये सुना कि कोई आदमी छुट्टी लेने के लिए बार-बार शादी करे? शायद नहीं। मगर, ताइवान में एक आदमी है, जिसने 37 दिन के अंदर एक ही महिला से 4 बार शादी की और उसी को 3 बार तलाक भी दिया।
ताइवान से आया ये अजीबोगरीब मामला ताइपेई क्षेत्र के एक बैंक का है, जहाँ एक क्लर्क ने पहली बार शादी के लिए आवेदन किया तो उसे सैलरी के साथ आठ दिन की छुट्टियाँ मिल गईं। लेकिन जब 6 अप्रैल 2020 को छुट्टी का समय खत्म हुआ तो उसने दोबारा पत्नी को तलाक दे दिया और अगले ही दिन शादी करके फिर छुट्टियाँ माँग लीं। क्लर्क ने ऐसी हरकत करके सोचा कि शादी करके छुट्टी माँगना उसका कानूनी हक है।
Man marries same woman 4 times, divorces her thrice in 37 days to get extended paid leave via /r/nottheonion https://t.co/fuPt4xD1g2 pic.twitter.com/ZJooGsl5fp
— Lost At Home Podcast (@TheLostAtHome) April 15, 2021
हद तब हुई, जब बैंक समझ गया कि आखिर उसका कर्मचारी क्या कर रहा है और अगली बार क्लर्क के छुट्टी माँगने पर उन्होंने उसे इनकार कर दिया और वैतनिक अवकाश देने से मना कर दिया। कलर्क ने 32 दिन के वैतनिक अवकाश के लिए ये हरकत बार-बार की। उसने यही शादी और तलाक वाले क्रम को दोहराया, जब बैंक ने फिर भी छुट्टियाँ देने से मना किया तो नाराज क्लर्क श्रम ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाने पहुँच गया और लेबर लीव कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया।
दरअसल, उसका कहना था कि ताइवान के कानून के मुताबिक, एक कर्मचारी विवाह के लिए 8 दिन का वैतनिक अवकाश पा सकता है। इस हिसाब से उसे 32 छुट्टियाँ मिलनी चाहिए। दिलचस्प बात ये हुई कि ताइवान के श्रम ब्यूरो ने सारी बात जानने के बाद मामले में पड़ताल की और निष्कर्ष निकाला कि इसमें बैंक ही दोषी है। नतीजन, अक्टूबर 2020 में बैंक पर जुर्माना लगाया गया।
अपनी अपील में बैंक ने कहा भी कि कर्मचारी ने शादी की छुट्टी के लिए वैध तरीका नहीं अपनाया, लेकिन फिर भी कर्मचारी पर कोई फर्क नहीं पड़ा। अभी हाल में 10 अप्रैल को लेबर ब्यूरो ने कहा कि भले ही क्लर्क का व्यवहार अनैतिक था, लेकिन उसने कानून नहीं तोड़ा जबकि बैंक ने लेबर लीव नियमों के अनुच्छेद-2 का उल्लंघन किया।
बता दें कि ताइवान का यह अजीबोगरीब केस सोशल मीडिया पर हर जगह शेयर हो रहा है। लोग यकीन नहीं कर पा रहे कि सारी सच्चाई पता होने के बावजूद बैंक के ऊपर एक्शन कैसे लिया जा सकता है। कुछ लोग इस केस को सुन मजाक उड़ाते हुए कह रहे है- “मेन विल बी मेन।”