अमेरिका के मिसौरी में एक महिला ने कॉलेज के लड़कों से फ्लर्ट करने के लिए अपनी बेटी का कुछ इस तरह से इस्तेमाल किया कि सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल, 48 वर्षीय महिला ने अपनी ही बेटी का आईडी कार्ड चुरा कर ना केवल कॉलेज में एडमिशन लिया, बल्कि कॉलेज के यंग लड़कों के साथ डेट भी किया। इतना ही नहीं, अपनी बेटी के आईडी कार्ड की मदद से उसने लाखों रुपए का लोन और वित्तीय सहायता भी ले लिया।
‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ में छपी खबर के मुताबिक, इस महिला का नाम लौरा ऑग्लेस्बी है। उसकी उम्र 48 वर्ष है। लौरा ऑग्लेस्बी ने सुनियोजित तरीके से इस काम को अंजाम दिया। अपने प्लान के जरिए उसने सरकार और आसपास के लोगों तक को चकमा दे दिया। साल 2016 में लौरा ने यह सब करना शुरू किया और दो साल तक यह सिलसिला चलता रहा, लेकिन इस महिला का फर्जीवाड़ा आखिरकार पकड़ा गया। जब उसकी चोरी पकड़ी गई तो 25,000 डॉलर (19 लाख रुपए) का जुर्माना लगा और साथ के साथ जेल की भी सजा हुई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लौरा नाम की इस महिला ने बेटी की आईडी कार्ड चुराकर साउथ वेस्ट बेपिस्ट यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया। इसके लिए महिला ने बेटी की सोशल सिक्युरिटी कार्ड का इस्तेमाल किया था। यही नहीं, इस महिला ने ड्राइविंग लाइसेंस भी अपनी बेटी के नाम पर ले लिया।
लौरा ने कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद एक 20 वर्षीय लड़के को डेट करना शुरू कर दिया। महिला ने उसे अपनी उम्र 22 साल बताती थी। इसके बाद लौरा ने स्नैपचैट पर भी बेटी के नाम पर फर्जी अकाउंट बना लिया। यही नहीं, वह अपनी बेटी की तरह ही ड्रेसअप भी करने लगी। यंग लड़कों को डेट करने के लिए लॉरा हैवी मेकअप का सहारा लेती थी। पकड़े जाने से पहले तक लॉरा माउंटेन व्यू में एक कपल के साथ रहती थी। उसने उन दोनों को अपने झाँसे में ले लिया था। महिला ने कपल को बताया था कि वह एक बुरे रिलेशनशिप से निकलकर आई है।
आरोपित महिला ने अपनी बेटी की आईडी का इस्तेमाल करते हुए करीब 5 लाख रुपए का लोन लिया था। जब इस फ्रॉड का भंडाफोड़ हुआ, तब लौरा इस बात से इनकार करती रही। लेकिन जैसे ही सख्ती बरती गई, उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। कोर्ट ने लौरा को इस हरकत के लिए करीब 18 लाख रुपए वापस लौटाने के साथ-साथ 5 साल तक की कैद की सजा सुनाई है।