तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी DMK सांसद दयानिधि मारन ने विवादस्पद टिप्पणी करते हुए उत्तर भारतीयों को शौचालय साफ़ करने से जोड़ा, जिसके बाद बवाल मचा हुआ है। अब इसे लेकर भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता K कविता ने राहुल गाँधी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी की शुरू की गई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ एक पीआर स्टंट जैसी थी। इसके साथ ही बीआरएस महिला नेत्री ने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म पर की गई टिप्पणियों पर राहुल गाँधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
बताते चलें कि कॉन्ग्रेस और डीएमके विपक्षी इंडिया गुट में सहयोगी हैं। बीजेपी को हराने के लिए एकजुट हुआ ये गठबंधन खुद ही बिखरा हुआ नजर आ रहा है।
“Congress forgets all promises as soon as it wins elections”: K Kavitha lashes out at Cong and Rahul Gandhi https://t.co/5KQ61SRGO7 pic.twitter.com/T0vIGo8G1X
— The Times Of India (@timesofindia) December 25, 2023
‘कॉन्ग्रेस पार्टी का डीएनए – जो बोलते करते नहीं’
बीआरएस नेता के कविता ने कहा कि जब सनातन धर्म का अपमान किया जाता है कई करोड़ लोगों आहत होते हैं, पूरे देश में कई करोड़ लोगों की भावनाएँ आहत होती वो (राहुल गाँधी) कभी प्रतिक्रिया नहीं देते। वो इस देश के लोगों के लिए जवाबदेह हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री KCR की बेटी ने आगे कहा, “मैं उन्हें चुनाव गाँधी कहती हूँ क्योंकि वो केवल चुनावों के वक्त काम करते हैं। एक पार्टी के, एक नेता के तौर पर उनकी भारत जोड़ो यात्रा पीआर जैसी है। कॉन्ग्रेस पार्टी का डीएनए ऐसा है कि वो जो बोलते हैं वो करते नहीं।”
बीआरएस नेता के कविता ने यहाँ तक कह डाला कि अब देश की जनता को फैसला लेना है कि उन्हें कॉन्ग्रेस पार्टी का साथ देना है या नहीं। देश के कई पार्टियों के नेता के आपत्तिजनक बयान आए हैं और ये सब कुछ खास लोगों के वोट हासिल करना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वो इस तरह के बयान देते हैं जिनसे देश ऐसे बँट जाए जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। जब पार्टियाँ सनातन धर्म के बारे में बात करती हैं, जब पार्टियाँ कुछ राज्यों को ‘गौमूत्र राज्य’ कहती हैं। जब वो मजदूरों की बेइज्जती करते हैं जो टॉयलेट आदि में काम करते हैं। इस तरह के बयानों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
बीआरएस नेता के कविता ने कहा कि जब राहुल गाँधी भारत जोड़ो यात्रा की बात करते हैं वो देश को एक करने की बात करते हैं, लेकिन काश उन्होंने शुरू से ही ऐसे बयानों को संजीदगी से लिया होता जब सनातन धर्म की बेइज्जती की जा रही थी। राहुल गाँधी ने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी अगर उन्होंने उस वक्त इस पर प्रतिक्रिया दी होती तो वो ऐसा बयान नहीं देते।
उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब इतने बड़े गठबंधन की पार्टी इस तरह के बयान दे रही है और इस गठबंधन के मुखिया राहुल गाँधी जो पूरा नेतृत्व कर रहे हैं वो कुछ नहीं बोल रहे हैं। वो इस देश के लोगों के लिए जवाबदेह हैं। उन्होंने कहा, “मैं उनसे अनुरोध करती हूँ कि लोकसभा चुनाव नज़दीक हैं आप लोगों को जवाब देना क्यों नहीं शुरू करते। कम से कम आपको लोगों को बताना चाहिए कि आप हिंदुओं के लिए अशिष्ट नहीं है। लोगों को बताइए कि आप मजदूरों के लिए अपमान नहीं करते।”
हिंदी पर क्या कहा था डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने
दरअसल डीएमके सांसद दयानिधि मारन द्वारा हिंदीभाषियों को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान का एक वीडियो क्लिप इन दिनों खास वायरल है। ये क्लिप साल 2019 के एक कार्यक्रम की बताई जा रही है।
डीएमके सांसद दयानिधि मारन इस कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उत्तर प्रदेश और बिहार से जो हिंदी भाषी तमिलनाडु आते हैं। वो वहाँ निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं। इस क्लिप के सामने आने से खासा विवाद पैदा हो गया है।
पुरानी क्लिप में मारन ने अंग्रेजी शिक्षा के महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने केवल अंग्रेजी और केवल हिंदी सीखने वाले लोगों की तुलना करते हुए कहा है कि जिन्होंने केवल अंग्रेजी सीखी वो इज्जतदार आईटी क्षेत्र में चले गए और जिन्होंने केवल हिंदी सीखी थी वो केवल छोटी नौकरियाँ ही पा सके।