Saturday, May 11, 2024
Homeराजनीति'मोदी को गाली देना काॅन्ग्रेस का एकमात्र एजेंडा, उनके पास कोई विजन नहीं': राजस्थान...

‘मोदी को गाली देना काॅन्ग्रेस का एकमात्र एजेंडा, उनके पास कोई विजन नहीं’: राजस्थान को ₹17 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट देकर बोले PM

‘विकसित भारत विकसित राजस्थान’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉन्ग्रेस को खूब खरी-खोटी सुनाई। पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्ग्रेस का एकमात्र एजेंडा ‘मोदी विरोधी’ एजेंडा है और मोदी को गाली देना है। इस दौरान पीएम मोदी ने राजस्थान से जुड़ी 17,000 करोड़ रुपए से अधिक लागत की विकास परियोजनाओं का वर्चुअली लोकार्पण और शिलान्यास किया।

‘विकसित भारत विकसित राजस्थान’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉन्ग्रेस को खूब खरी-खोटी सुनाई। पीएम मोदी ने कहा कि कॉन्ग्रेस का एकमात्र एजेंडा ‘मोदी विरोधी’ एजेंडा है और मोदी को गाली देना है। इस दौरान पीएम मोदी ने राजस्थान से जुड़ी 17,000 करोड़ रुपए से अधिक लागत की विकास परियोजनाओं का वर्चुअली लोकार्पण और शिलान्यास किया।

पीएम मोदी ने कहा, “कॉन्ग्रेस का एक ही एजेंडा है… मोदी को गाली देना। जो जितना मोदी को गाली दे सकता है, उसे कॉन्ग्रेस उतनी ही जोर से गले लगाती है। ये विकसित भारत का नाम तक नहीं लेते, क्योंकि मोदी इसके लिए काम कर रहा है। ये ‘मेड इन इंडिया’ से बचते हैं, क्योंकि मोदी से बढ़ावा देता है। ‘वोकल फॉर लोकल’ नहीं बोलते, क्योंकि मोदी इसके लिए आग्रह करता है।”

कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब भारत पाँचवें नंबर का आर्थिक ताकत बनता है तो पूरे देश को खुशी होती है, लेकिन कॉन्ग्रेस के लोगों को खुशी नहीं होती। जब मोदी कहता है कि भारत अगले कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरे नंबर का ताकत बनेगा तो पूरा देश आत्मविश्वास से भर जाता है, लेकिन कॉन्ग्रेस के लोग इस पर भी निराशा ढूँढते हैं।”

प्रधानमंत्री ने Eis कहा, “मोदी कुछ भी कहे… मोदी कुछ भी करे, ये (कॉन्ग्रेस के लोग) उसका उल्टा कहेंगे… उसका उल्टा करेंगे चाहे इसमें देश का भारी नुकसान ही क्यों ना हो। कॉन्ग्रेस के पास एक ही एजेंडा है, मोदी विरोध… घोर मोदी विरोध। मोदी के विरोध में ये ऐसी-ऐसी बातें फैलाते हैं, जिससे समाज बँट जाए।”

कॉन्ग्रेस के परिवारवाद और वंशवाद पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जब कोई पार्टी परिवारवाद और वंशवाद के घोर कुचक्र में फँस जाती है तो उसके साथ ऐसा ही होता है। आज हर कोई कॉन्ग्रेस का साथ छोड़ रहा है। सिर्फ एक परिवार ही वहाँ दिखता है। ऐसी राजनीति युवा भारत को बिल्कुल प्रेरित नहीं करती।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि कॉन्ग्रेस के साथ एक बहुत बड़ी समस्या यह है कि वह दूरगामी सोच के साथ सकारात्मक नीतियाँ नहीं बना सकती। कॉन्ग्रेस न तो भविष्य को भाँप सकती है और न ही भविष्य के लिए उसके पास कोई रोडमैप है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस की इसी सोच की वजह से भारत अपनी बिजली व्यवस्था के लिए बदनाम रहता था। पूरे देश में कई-कई घंटों तक अंधेरा हो जाता था। 

साल 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार आने के पहले के दिनों को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश में बड़े-बड़े घोटालों और आए दिन होने वाले बम धमाकों की चर्चा रहती थी। लोग सोचते थे कि उनका और देश का क्या होगा। कॉन्ग्रेस के राज में चारों तरफ यही माहौल था। उन्होंने कहा, “जब मैं विकसित भारत की बात करता हूँ तो ये हर परिवार का जीवन समृद्ध बनाने का अभियान है, ये गरीबी को जड़ से मिटाने का अभियान है।”

इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने 17,000 करोड़ रुपए की जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया उनमें सड़क, रेलवे, सौर ऊर्जा, विद्युत, रसोई गैस, पेयजल तथा पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस आदि क्षेत्रों की परियोजनाएँ शामिल हैं। इसमें 5,000 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन एवं 5,300 करोड़ रुपए की सौर परियोजनाओं का शिलान्यास भी है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘चुनाव कर्मचारियों और मतदाताओं को हतोत्साहित करने वाला बयान’: वोटर टर्नआउट पर ECI ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लताड़ा, कहा – ये गैर-जिम्मेदाराना

चुनाव आयोग ने बताया है कि 1961 के नियमों के अनुसार, हर एक पोलिंग एजेंट को प्रत्येक EVM के मतदान के आँकड़े साझा किए जाते हैं, कॉन्ग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के पास भी ये आँकड़े मौजूद हैं।

मी लॉर्ड! ये ‘दरियादिली’ कहीं गले की हड्डी न बन जाए, अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत ने बताया न्यायिक सुधार अविलंब क्यों जरूरी

अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद जेल में बंद अन्य आरोपित भी अपने लिए इसी आधार पर जमानत की माँग कर सकते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -