लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी 7 चरणों का प्रचार खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (30 मई 2024) को कन्याकुमारी पहुँचे थे। यहाँ शनिवार (1 जून 2024) को उन्होंने विवेकानंद रॉक मेमोरियल सूर्योदय के समय सूर्य को अर्ध्य दिया।
PM मोदी ने इस स्थान पर तीसरे और अपने अंतिम दिन की साधना समाप्त की। साधना पूरी के बाद केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक पत्र शेयर किया है जिसे नरेंद्र मोदी द्वारा लिखा गया है। इस पत्र में मोदी ने अपने जीवन का एक-एक क्षण भारत माता की सेवा में बिताने का संकल्प दोहराया है।
निर्मला सीतारमण ने शनिवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र अपने X हैंडल पर शेयर किया है। इस पत्र में PM मोदी ने कन्याकुमारी के विवेकानंद शिला स्मारक को एक अलौकिक और दिव्य अनुभूति देने वाला स्थान बताया है।
शिला का इतिहास बताते हुए PM मोदी ने लिखा, “इसी शिला पर माँ पार्वती और स्वामी विवेकानंद जी ने तपस्या की थी। आगे चल कर इस शिला स्मारक के रूप में एकनाथ रानाडे जी ने स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को जीवंत कर दिया।”
On completing his meditation on the Vivekananda Rock Memorial PM @narendramodi writes:
— Nirmala Sitharaman (Modi Ka Parivar) (@nsitharaman) June 1, 2024
“Visiting the 'Vivekananda Rock Memorial' at Kanyakumari, the southernmost tip of India, I feel a divine energy.
It is on this rock that Mother Parvati and Swami Vivekananda had meditated.… pic.twitter.com/R9WJXb2Zps
स्वामी विवेकानंद को आध्यात्मिक नवजागरण का प्रणेता बताते हुए नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना आदर्श, अपनी ऊर्जा व साधना का स्रोत माना है। विवेकानंद रॉक मेमोरियल के बारे में बताते हुए मोदी ने लिखा है कि कई साल पहले पूरा देश भ्रमण कर के जब स्वामी विवेकानंद वहाँ पहुँचे थे तो उनको इसी जगह पर भारत के पुनरुत्थान की दिशा मिली थी। मोदी ने यह भी कहा कि आज में आ रहा बदलाव स्वामी विवेकानंद के सपनों के अनुरूप है। कन्याकुमारी में की गई इस साधना को मोदी ने अपने जीवन में कभी न भूल पाने वाला समय बताया है।
पत्र के अंत में PM मोदी ने स्वयं को माँ भारती की सेवा में समर्पित रखने का संकल्प लिया है। उन्होंने लिखा, “मेरे जीवन का पल-पल और शरीर का कण-कण सदैव राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहेगा। राष्ट्र की उन्नति और देशवासियों के कल्याण की कामना के साथ माँ भारती को कोटि-कोटि नमन।” नीचे नरेंद्र मोदी के हस्ताक्षर और 1 जून 2024 की तारीख पड़ी हुई है।