Friday, October 18, 2024
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NEET पेपरलीक मामले में राँची से MBBS की छात्रा गिरफ्तार, पैसे लेकर प्रश्न सॉल्व कराने गई थी हजारीबाग, CBI ने पेपर चोरी के मददगार को भी दबोचा

नीट पेपरलीक मामले में संलिप्तता के बाद गिरफ्तारी को देखते हुए RIMS प्रबंधन ने भी सुरभि कुमारी पर कार्रवाई की है। रिम्स के निदेशक ने उसे सस्पेंड कर दिया है। निदेशक ने बताया कि यदि आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो छात्रा को कॉलेज से निकालने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचता है। सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह छात्रा को उसके हॉस्टल से पूछताछ के लिए उठाया था।

मेडिकल कॉलेजों में नामांकन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा NEET-UG पेपरलीक मामले में केंद्रीय जाँच एजेंसी CBI ने गुरुवार (18 जुलाई 2024) को दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक लड़की राँची स्थित RIMS मेडिकल कॉलेज की सेकेंड ईयर की छात्रा है। वहीं, हजारीबाग से भी एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। छात्रा सॉल्वर गैंग से ताल्लुक रखती है।

राँची के RIMS मेडिकल कॉलेज से गिरफ्तार छात्रा का नाम सुरभि कुमारी है। वह सॉल्वर गैंग से जुड़ी हुई है। इस साल 5 मई को प्रवेश परीक्षा के दिन सुरभि हजारीबाग में पेपर सॉल्व करने के लिए OASIS स्कूल गई थी। ओएसिस वही स्कूल है, जहाँ NEET का परीक्षा सेंटर था। सीबीआई ने इस स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर एहसान-उल-हक और वाइस प्रिंसिपल इम्त‍ियाज को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। 

ओएसिस स्कूल झारखंड के हजारीबाग में स्थित है। हजारीबाग से ही सीबीआई ने दूसरे आरोपित सुरेंद्र को भी गिरफ्तार किया है। सुरेंद्र ने हाल में गिरफ्तार हुए पंकज की पेपर चुराने में मदद की थी। सुरेंद्र को 18 जुलाई 2024 को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया और 4 दिन की पुलिस कस्टडी ली गई है। वहीं, सुरभि को अभी पटना कोर्ट में पेश किया गया है।

हाल में AIIMS पटना से चार मेडिकल छात्र गिरफ्तार हुए थे। ये सभी सॉल्वर गैंग से जुड़े थे और सुरभि कुमारी उन्हीं के साथ थी। सुरभि बिहार के आरा की रहने वाली है। सुरभि ने साल 2023 में एमबीबीएस में नामांकन लिया था और वह ऑल इंडिया 56वाँ रैंक हासिल की थी। वहीं, पटना एम्स से चार छात्रों सहित सुरभि कुमारी को भी पेपर सॉल्व करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।

नीट पेपरलीक मामले में संलिप्तता के बाद गिरफ्तारी को देखते हुए RIMS प्रबंधन ने भी सुरभि कुमारी पर कार्रवाई की है। रिम्स के निदेशक ने उसे सस्पेंड कर दिया है। निदेशक ने बताया कि यदि आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो छात्रा को कॉलेज से निकालने के सिवा कोई विकल्प नहीं बचता है। सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह छात्रा को उसके हॉस्टल से पूछताछ के लिए उठाया था।

रिम्स प्रबंधन ने बताया कि छात्रा को गुरुवार की सुबह पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम ले गई थी। उससे आठ घंटे तक पूछताछ के बाद शाम को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद सुरभि को मेडिकल जाँच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। वहाँ उसकी जाँच नहीं हो सकी। कुछ जाँच के बाद भी कोविड जाँच होना देर शाम तक बाकी रह गया था।

AIIMS पटना के जिन चार मेडिकल छात्रों को हिरासत में लिया गया है, उनके नाम करन जैन, कुमार सानू, राहुल आनंद और चंदन सिंह है। चंदन सिंह सिवान का, कुमार शानू पटना का, राहुल आनंद धनबाद और करण जैन अररिया का रहने वाला है। पेपर लीक के आरोपित पंकज ने इन चारों को पेपर सॉल्व करने के लिए पैसे दिए थे।

बोकारो निवासी पंकज कुमार को 16 जून को सीबीआई ने पटना से गिरफ्तार किया था। पंकज कुमार उर्फ आदित्य नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) जमशेदपुर के 2017 बैच का सिविल इंजीनियर छात्र था। उस पर आरोप है कि उसने हजारीबाग में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के बक्से से नीट-यूजी पेपर चुराया था। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अभी भी फरार है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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