उत्तर प्रदेश के मेरठ के कंकड़खेड़ा निवासी एक व्यापारी की बेटी पाकिस्तानी युवक नदीम ख़ान के चंगुल में फँस कर दुबई भाग गई थी। लगभग एक महीने के बाद वो हिंदू लड़की वापस घर लौट आई है। 8 नवंबर को घर से कुछेक हज़ार रुपए लेकर निकली युवती ने बताया, “मुझे नौकरी का झाँसा देकर पाकिस्तानी युवक नदीम इक़बाल ने बुलाया था, लेकिन वो मुझे दुबई में नहीं मिला। भारतीय दूतावास और केरल की एक फैमिली की मदद से मैं अपने घर लौट सकी हूँ।”
इसके आगे, युवती ने बताया कि इस साल के अप्रैल में फ़ेसबुक के ज़रिए उसकी जान-पहचान दुबई में रहने वाले नदीम इक़बाल से हुई थी। उसने युवती को अच्छी नौकरी का भरोसा दिलाया। नदीम ने युवती को बताया, “मैं दुबई में 6 हज़ार दिरम पर नौकरी करता हूँ, तुम्हारी (युवती) क्वॉलिफ़िकेशन के लिहाज़ से 10 हज़ार दिरम यानी भारतीय करंसी के अनुसार क़रीब दो लाख रुपया महीना मिल जाएगी।” युवती ने बताया कि नदीम ने किसी कंपनी का कोई ज़िक्र नहीं किया था, लेकिन उसने अकाउंट डिपार्टमेंट में काम करने के बारे में बताया था।
घर वापस लौटी युवती ने बताया, “मैं उस पर विश्वास कर पासपोर्ट बनवाकर दुबई चली गई, लेकिन एयरपोर्ट पर नदीम नहीं मिला। परेशान होकर मैं दुबई में रह रही केरल एक फैमिली के सम्पर्क में आई। केरल की फैमिली से पता चला कि दुबई में नौकरी करने के लिए अरबी और इंग्लिश लैंग्वेज आनी ज़रूरी है।” इसके बाद युवती ने वहाँ किराए का कमरा लेकर अरबी भाषा की क्लास ली, लेकिन वहाँ उनकी नौकरी नहीं लगी और पैसे ख़त्म होने पर उन्होंने भारत वापस आने का फ़ैसला किया।
दरअसल, युवती के लापता होने के इस मामले को लव जेहाद से जोड़कर भी देखा जा रहा था। साथ ही मामला संसद में भी उठाया गया था। युवती के पिता ने ट्विटर पर अपनी बेटी को पाकिस्तानी युवक के चंगुल से छुड़ाने के लिए प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री, विदेश मंत्रालय और प्रदेश के मुख्यमंत्री को संदेश लिखा था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी बेटी का पासपोर्ट नंबर और पाकिस्तानी युवक की फ़ोटो भी शेयर की थी।
इसके बाद दुबई स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने युवती के पिता को कॉल करके पूरे प्रकरण की जानकारी माँगी थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जैसे ही उन्हें भारत से रिपोर्ट मिलेगी, वे आगे की प्रक्रिया के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगे। बता दें कि दूतावास के अधिकारियों ने फेसबुक और इंस्टाग्राम मुख्यालय से भी रिपोर्ट माँगने की बात की थी।
18 नवंबर की रात कांसुलेट जनरल ऑफ इंडिया (सीजीआई) दुबई की तरफ से युवती के पिता को ट्वीट कर कहा गया था, “आपकी बेटी को ढूँढने के लिए हमने दुबई की एजेंसियों से बात की है। लेकिन किसी संपर्क नंबर या पते के बगैर सूचना मिलना काफी कठिन रहेगा। हम हरसंभव प्रयास करेंगे।”
ग़ौरतलब है कि युवती का पासपोर्ट 4 नवंबर को बना था। इसके बाद 8 नवंबर की सुबह वो पासपोर्ट, शैक्षिक प्रमाण-पत्र और सात हज़ार रुपए के साथ लापता हो गईं। खोजबीन शुरू हुई तो 10 नवंबर को लड़की के पिता ने सांसद राजेंद्र अग्रवाल से मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई। इसके बाद मेरठ पुलिस सक्रिय हुई और विदेशी क्षेत्रीय पंजीयन कार्यालय (एफआरआरओ) दिल्ली से सम्पर्क किया गया। 15 नवंबर को FRRO ने अपनी रिपोर्ट दी कि 8 नवंबर की रात युवती दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई गई है। इसके बाद परिवार ने कयास लगाया कि इसके पीछे नदीम का हाथ है, जो पाक के एक पाँच सितारा होटल का मैनेजर है। उसने अपने प्रोफाइल में आई लव पाकिस्तान लिख रखा था।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के नदीम खान के जाल में फॅंस दुबई भागी मेरठ की युवती, पिता ने लव जिहाद बता लगाई गुहार
‘रोमियो’ बन मेरठ की युवती को दुबई बुलाने वाला नदीम इकबाल भागा पाकिस्तान