‘फैक्ट-चेकिंग’ वेबसाइट BoomLive ने जामिया में हुई हिंसा के दौरान हिन्दुओं के ख़िलाफ़ लगाए गए नारे की ऑपइंडिया की ख़बर का ग़लत fact-check किया। इस ख़बर में ऑपइंडिया ने दावा किया था कि जामिया मिलिया इस्लामिया में ‘हिन्दुओं से आज़ादी’ के नारे लगाए गए थे। वहीं, BoomLive ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 12 दिसंबर को लगाए नारे का एक fact-check किया। इसमें मुस्लिम भीड़ को ‘हिन्दुओं की कब्र खुदेगी’ ‘AMU की छाती पर’ नारे हिन्दू-विरोधी नारे लगाते सुना जा सकता है।
Are you listening;
— پیر زادہ محبوب الحق (@psmh019) December 12, 2019
All the way from AMU.
Long Live AMU#AMUrejectscab#CABBill2019#CitizenshipAmendmentBill pic.twitter.com/WN77Kwvcz9
उपरोक्त वीडियो में मुस्लिम भीड़ तंत्र एक सुर में यह कहता दिखता है कि वे AMU के परिसर में हिन्दुत्व, सावरकर, भाजपा, ब्राह्मणवाद और जातिवाद की कब्र खोदेंगे।
जबकि बहुतों ने ‘हिन्दुत्व’ के रूप में ‘हिन्दुओं’ शब्द का इस्तेमाल किया। BoomLive ने इस ख़बर का fact-check किया लेकिन, इसमें उन्होंने इस बात का उल्लेख नहीं किया कि यह वीडियो कल का नहीं बल्कि संभवतः पिछले सप्ताह का है।
वहीं, ऑपइंडिया ने जो वीडियो शेयर किया, वह रविवार को नई दिल्ली के जामिया नगर में हुए विरोध-प्रदर्शनों का था। इसका उल्लेख ऑपइंडिया ने YouTube पर भी किया और साथ ही लेख में भी इस वीडियो को अपलोड किया।
जामिया नगर में शूट किए गए इस वीडियो के छठे सेकंड में आप सुन सकते हैं कि एक व्यक्ति यह कहता दिखता है कि वो मोदी, अमित शाह और हिन्दुओं से ‘आज़ादी’ लेकर रहेंगे।
जबकि BoomLive ने अपने fact-check में ऑपइंडिया पर निशाना साधते हुए लिखा कि ख़बर में इस बात का उल्लेख नहीं किया कि जो वीडियो लगा हुआ है वो जामिया नगर का है या AMU का।
बता दें कि BoomLive को फेसबुक द्वारा ’स्पॉट फ़ेक न्यूज़’ के लिए भुगतान और अधिकार दिया जाता है और इसी वजह से वो ख़बरों को गंभीरता से लिए बिना ही केवल प्रोपेगेंडा फ़ैलाने में व्यस्त रहते हैं।
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