झारखंड के जमशेदपुर के बिरसानगर थाना क्षेत्र के एक अस्पताल के पास मंगलवार (जुलाई 21, 2020) की देर रात भाजपा नेता और अधिवक्ता प्रकाश यादव की निर्ममता से हत्या कर दी गई। प्रकाश यादव अभी हाल ही में झारखंड विकास मोर्चा छोड़कर अभय सिंह के साथ भाजपा में शामिल हुए थे।
मंगलवार की रात को करीब सवा 11 बजे तीन हत्यारे पैदल चलकर आए और प्रकाश यादव को आवाज देकर घर से बुलाया। उसके बाद बात करते हुए उन्हें हरि मंदिर चबूतरे के पास ले गए।
घर से महज 100 मीटर की दूरी पर प्रकाश यादव की निर्ममता से हत्या कर दी गई। परिवार वालों के मुताबिक दोस्तों ने फोन कर उन्हें बुलाया था और बिरसानगर हरि मंदिर के पास सात से आठ लोगों ने कुल्हाड़ी, तलवार और चाकू से हमला कर गला रेत दिया। जहाँ उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अपराधियों ने बीजेपी नेता पर चाकुओं से अनगिनत वार किया। इसके बाद उनका गला रेता और मरने तक बदमाश वहीं थे।
घटना के बाद सभी अपराधी मौके से भागने में सफल रहे। परिजनों ने बिरसानगर के जमीन माफिया अमूल्या कर्मकार और गौतम व उनके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है।
मौके पर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह, टेल्को थाना प्रभारी समेत अन्य अधिकारी पहुँचे। बाद में आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर लोगों ने हंंगामा किया और शव उठाने से पुलिस को रोक दिया। फिर गिरफ्तारी का आश्वासन के बाद शव उठाया गया।
सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। वारदात में शामिल किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा।
अमूल्या कर्मकार विधायक सरयू राय के करीबी माने जाते हैं, जो बिरसानगर भारतीय जन मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं। मृतक प्रकाश यादव की पत्नी चाँदनी देवी ने बताया कि उन्होंने किसी को देखा नहीं। बस बाहर से आवाज आई और प्रकाश बाहर चले गए। उसके बाद उनकी हत्या कर दी गई।
बता दें कि मृतक प्रकाश के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा पाँच साल का है और छोटा बेटा एक साल का है। इसके अलावा तीन साल की एक बेटी भी है।
बीजेपी नेता के मामा ने बताया कि प्रकाश यादव ने उस इलाके में जमीन माफिया के खिलाफ मोर्चा भी खोल रखा था। सरकारी जमीन का जो भी अतिक्रमण कर उसे बेचने की कोशिश करता था, प्रकाश यादव उसके खिलाफ थाने में जाकर सीधा आवेदन दे देते थे और पुलिस से कार्रवाई की माँग करते थे।
प्रकाश यादव जमीन माफिया के विरुद्ध सोशल मीडिया में लगातार पोस्ट भी डाल रहे थे, जिन्हें लेकर उनको धमकियाँ मिलती रहती थी। घटना की सूचना मिलते ही भाजपा नेता अभय सिंह ने तुरंत ही एसएसपी तमिलवानन से बात की और उनसे माँग की कि इस घटना में जो भी व्यक्ति लिप्त है, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
अभय सिंह का कहना है कि इस घटना में पर्दे के पीछे से खेल खेला गया है और बड़ी हस्ती इसमें शामिल है। बताया जा रहा बिरसा नगर इलाके के एक बीघा जमीन को लेकर विवाद हुआ था जिसमें एक बड़े अधिकारी का पैसा लगने की बात सामने आई थी।
इस मामले को लेकर प्रकाश यादव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट भी किया था। इसे लेकर भी तनाव बना हुआ था। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जिस इलाके में बीजेपी नेता की हत्या हुई, उस जगह पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था, लेकिन बदमाशों ने हत्या करने से पूर्व पूरे इलाके की लाइट बुझा दी। जिसके बाद अंधेरे में इस वारदात को अंजाम दिया गया। लोगों का कहना है कि घटना से लगभग 20 मिनट पहले ही इस पूरे इलाके में लाइट चली गई थी जबकि यहाँ से सटे दूसरे इलाके में बिजली थी।