Sunday, December 22, 2024
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‘बलात्कारी अब्बा’ पर पुलिस कार्रवाई में बजरंग दल ने की बेटियों की मदद, भड़का कन्हैया कुमार का यार जीशान

मोहम्मद मोफिज ने किया अपनी बेटियों से रेप, समुदाय विशेष ने मदद के नाम पर कहा- 'जो अब्बा कह रहे हैं उसको मानो', बजरंग दल की मदद से हुई कार्रवाई तो जीशान ने उल्टा घेरा बजरंग दल को, कहा- बनाया गया तिल का ताड़

बिहार के बेगूसराय में मोहम्मद मोफिज नाम का व्यक्ति सालों से अपनी तीन बेटियों के साथ दुष्कर्म व दुष्कर्म का प्रयास करता आ रहा था। कुछ दिन पहले बजरंग दल के हस्तक्षेप से मामला थाने में पहुँचा और आरोपित को गिरफ्तार करके कल जेल भेजा गया। मोफिज की बेटी ने शिकायत में जो बातें बताईं उसे सुन कर कोई भी रिश्ता शर्मसार हो जाए। बावजूद इसके कुछ लोग ऐसे हैं जो मोफिज का अब भी समर्थन कर रहे हैं। साथ ही इस पूरे मामले में बजरंग दल की भूमिका को शर्मनाक बता रहे हैं।

जीशान अली का पोस्ट
जीशान अली का पोस्ट

बेगूसराय के ही जीशान अली ने इस संबंध में एक फेसबुक पोस्ट डाला है। इस पोस्ट में उसने लिखा, “….वाले मामले में बजरंग दल के गुंडों को घुसाना शर्मनाक है! थू है ऐसी मानसिकता पर।” इस पोस्ट पर जब एक यूजर ने जीशान अली से पूछा कि आखिर हुआ क्या है? तो जीशान ने इतनी बड़ी घटना को कहा कि तिल का ताड़ बनाया गया है वो भी एक तरफा।

यहाँ एक बात फिर गौर करवा दें कि जिस घटना को तिल का ताड़ बनाने की बात जीशान ने कही है उस घटना में मोफिज की बेटियों ने ही बजरंग दल को संपर्क किया था और अपने पिता के ख़िलाफ़ शिकायत करने थाने तक गई थीं। बजरंग दल सिर्फ़ उनकी आवाज बना। अगर समाज या बच्चियों के परिजन सुनवाई करते तो बजरंग दल के हस्तक्षेप की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।

लड़कियाँ बजरंग दल से पहले अपने गाँव वालों को और रिश्ते में एक भाई को यह सब बातें बता चुकी थीं। मगर, कहीं उनकी सुनवाई नहीं हुई तो कहीं कहा गया, “जो अब्बा कह रहे हैं उसको मानो।” लड़कियों ने अपने ननिहाल में भी इस बाबत शिकायत की थी मगर मोफिज ने लड़कियों के मामा को झूठे केस में फँसा दिया।

मोहम्मद मोफिज, आरोपित पिता

बजरंग दल के प्रदेश सह संयोजक शुभम भारद्वाज 17 सितंबर को पीड़िता को लेकर थाने गए थे। इसके बाद उनकी शिकायत दर्ज हुई। उनके पिता को गिरफ्तार किया गया। कल कोर्ट में पेशी के बाद उसे जेल भी भेज दिया गया। अब बजरंग दल ही उन पीड़िताओं को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के लिए माँग भी कर रहा है।

ऐसे में बजरंग दल के हस्तक्षेप पर जीशान अली की प्रतिक्रिया देख कर आज हमने प्रदेश के सहसंयोजक शुभम से बात की। उन्होंने कहा कि वह ऐसे (जीशान अली) लोगों पर कुछ कहना ही नहीं चाहते। ये जीशान अली पहले भी राष्ट्रीय भावनाओं को आहत करने का आरोपित रहा है। कुछ शिकायतों में जेल भी गया है। 

वह कहते हैं, “इनके समाज की बहन बेटी के साथ गलत होता है और कोई हिंदू संगठन मदद करता है तो उसमें भी इनको आपत्ति होती है। ये कमेंट में लिखता है कि तिल का ताड़ हो रहा है। अरे कोई पिता अपनी बेटी का रेप कर रहा है तो वो तिल का ताड़ वाली बात होती है?। इन लोगों की बात से यही लगता है कि इन लोगों के लिए यह सब आम बातें हैं।”

साल 2018 में दर्ज हुई जीशान अली समेत अन्य लोगों पर हुई शिकायत

जीशान अली के ख़िलाफ़ बजरंग दल की शिकायत

बता दें जीशान अली पर इससे पहले साल 2018 में एक बजरंग दल कार्यकर्ता ने शिकायत भी करवाई थी। अपनी शिकायत में निलेश कुमार ने बताया था कि वह गाँधी स्टेडियम में 7 बजे अपने दोस्तों व भाइयों के साथ दौड़ने का अभ्यास करते थे लेकिन 23 जुलाई 2018 को दौड़ लगाते हुए जीशान अली, मो तौसीफ, मो कासिफ व 6-7 अन्य युवकों ने उन्हें घेर लिया और भगवा गमछा उतारकर फेंकने को कहा। जब निलेश ने बात मानने से इंकर किया तो उन पर बेल्ट, हॉकी स्टिक से हमला हुआ। साथ ही जीशान अली और तौसीफ ने पिस्तौल के बट्ट से उनके सिर, कंधे व पेट पर जानलेवा हमला किया। इसमें उनको काफी रक्त रसाव हुआ। नीलेश का आरोप था कि इस बीच उनके देवी देवताओं को गंदी-गंदी गाली भी दी गई।

जीशान अली का आरोप

जीशान का एक पुराना ट्वीट है इसमें उन्होंने अपने खिलाफ़ हुए केसों का जिक्र करते हुए भाजपा और आरएसएस को गुंडा बताया है। उन्होंने लिखा, “आरएसएस भाजपा के द्वारा मुझे फर्जी और झूठा मुकदमा लगाकर फँसाने की साजिश रची जा रही है। कल की ही बात है जब कन्हैया कुमार के साथ मैं और बाकी सभी सारी मंसूरचक सभा से लौट रहे थे उसी दौरान घात लगाए बैठे भाजपा-आरएसएस के गुंडों ने सभी साथियों पर जानलेवा हमला कर दिया। लेकिन किसी तरह हमलोग वहाँ से जान बचा कर निकले। उसके बाद कुछ गुंडों ने अपने आपको खुद से घायल कर मुझ पर और साथी कन्हैया पर झूठा आरोप लगा कर भगवानपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर दिया। आपको बता दूँ इन लफंगो-दंगाइयों ने मुझ पर तीन से ज्यादा मुकदमा किया है।” 

जीशान का पुराना पोस्ट

जीशान अली के पोस्ट से मालूम चलती है मानसिकता

गौरतलब है कि जीशान की फेसबुक आईडी को देखकर यह मालूम होता है कि उसकी राजनीति ‘जय भीम-जय मीम’ के इर्द गिर्द घूमती है और मोफिज के मामले में उसकी राय से पता लगता है कि उसकी मानसिकता का स्तर क्या है। ये वही लोग हैं जो आरोपित को अपने समुदाय का पाकर उसके ऐसे गुनाह को भी डिफेंड करते हैं जिसकी समाज में थू-थू हो रही है। इसके इस पोस्ट पर ही देखिए एक आजमी नाम का व्यक्ति उर्दू में कमेंट करता है। इसका गूगल अनुवाद यदि देखा जाए तो उसमें लिखा है, “शर्म की बात है कि लड़की को दूसरे लोगों के पास जाने के लिए मजबूर किसने किया? दुख की बात है हमारा समाज सच बोलने से डरता है।”

इसके अलावा मोफिज पर लगे आरोपों को जिस प्रकार एक तरफा बताया जा रहा है। ऑपइंडिया के पास सबूत के तौर पर ऐसे वीडियोज हैं जिसमें अपनी बेटी के साथ अश्लील हरकतें कर रहा है। उन्हें उनके प्राइवेट पार्ट दिखाने को कह रहा है।

यह वीडियो शायद अब तक लाखों लोगों ने व्हॉट्सएप पर भी देखा होगा लेकिन फिर भी इस तरह से जीशान अली उसे डिफेंड कर रहा हैं और ऊँगली बजरंग दल पर उठा रहा है, उससे यही मालूम चलता है कि उसके लिए लड़कियों के साथ हुआ अत्याचार सोचने का विषय भी नहीं है।

मामले की गंभीरता को समझने के लिए एक बार मोफिज की बड़ी बेटी का वो बयान फिर पढ़िए जिसे पीड़िता ने ऑपइंडिया से आपबीती साझा करते हुए दिया था। इसके बाद विचार करिए वह तीन बहनें किस हालत में घर की चार दिवारी में रहती होंगी और क्या उन्होंने बजरंग दल से मदद माँग कर गलत किया या बजरंग दल ने उनकी मदद करके गलत किया?

क्या कहा था पीड़िता ने?

सलमा के मुताबिक, उसका पिता मोफिज पिछले 5-6 साल में उसके साथ 2-3 बार संबंध बना चुका है और उसकी बहनों 14 वर्षीय बहन नगमा (बदला हुआ नाम) और 12 वर्षीय बहन फरहीन (बदला हुआ नाम) को न जाने कितनी बार संबंध बनाने के लिए अपने सामने नंगा कर चुका है। पीड़ित लड़की की मानें तो उनका घर में सोना भी दूभर हो गया था। उनका पिता कभी भी उनके कपड़ों में हाथ डाल देता था और शारीरिक संबंध स्थापित करने की कोशिश करता था। सलमा ने यह भी बताया था कि एक मिनट का समय मिलते ही मोफिज उससे संबंध स्थापित करने की कोशिश करता था और इधर उधर हाथ लगाता था। माँ की मृत्यु के बाद सलमा का अब्बू उससे ही निकाह का दबाव बना रहा था और उन्हें घर में कैद करके रखा हुआ था।

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