कॉन्ग्रेस के युवा मामलों के मंत्री अशोक चाँदना ने राजस्थान के करौली में पुजारी की मौत पर बेतुका बयान देते हुए कहा कि यह ‘हाथरस जितना बड़ा नहीं’ था। राजस्थान के करौली में 50 वर्षीय पुजारी बाबूलाल वैष्णव को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाए जाने के कुछ दिनों बाद, कॉन्ग्रेस नेता और अशोक गहलोत सरकार के मंत्री अशोक चाँदना ने इस क्षेत्र का दौरा किया।
इस दौरान जब रिपब्लिक टीवी ने उनसे सवाल किया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता रास्ज्थान में पुजारी की बेरहमी से हत्या होने के बावजूद घटनास्थल पर क्यों नहीं थे, जबकि राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी वाड्रा यूपी के हाथरस में विशाल विरोध रैली के आयोजन में व्यस्त थे? कॉन्ग्रेस नेता ने इसका जवाब देते हुए कहा, “ये हाथरस जैसा मामला नहीं है।” इसके साथ ही कॉन्ग्रेस पार्टी के बचाव में मंत्री ने यह भी कहा, “वहाँ बात अलग थी, यहाँ बात अलग है।”
कॉन्ग्रेस पार्टी पर मंदिर के पुजारी की हत्या पर सवाल खड़े करता है। यहाँ पर यह बताना आवश्यक है कि दोनों राज्यों में स्थिति एकदम अलग है। हाथरस में घटना के तुरंत बाद सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, बावजूद इसके कॉन्ग्रेस पार्टी बवाल काट रही है, वहीं राजस्थान के कोृरौली में इस घटना के 4 आरोपित अब भी गाँव के सरपंच के साथ लापता हैं। उन पर राज्य में जमीन हड़पने के मामलों में ‘प्रभावशाली लोगों’ की भूमिका का आरोप लगा है।
गौरतलब है कि राजस्थान में करौली जिले के बूकना गाँव में जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद में 50 वर्षीय पुजारी बाबूलाल वैष्णव को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। बताया जाता है कि बुधवार शाम को कैलाश, शंकर, नमो, किशन, रामलखन जमीन पर कब्जा कर छप्पर तानने लग गए। बुजुर्ग पुजारी ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो आरोपितों ने बाजरे की कड़बी और पेट्रोल की बोतल डालकर आग लगा दी। इससे पुजारी बुरी तरह झुलस गए।
बाबूलाल वैष्णव को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शुक्रवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। इस बीच, राज्य के साधुओं ने मंदिर के पुजारी की हत्या के विरोध में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। बाबूलाल गाँव के राधागोविंद मंदिर के प्रधान पुजारी थे।