Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजजावेद चला रहा था अवैध पटाखों का गोदाम, आग लगने से एक बच्ची सहित...

जावेद चला रहा था अवैध पटाखों का गोदाम, आग लगने से एक बच्ची सहित 4 की मौत: 10-11 घायल

अवैध पटाखा गोदाम में आग लगने से 4 लोगों की मौत हो गई। यह अवैध पटाखों का गोदाम जावेद का था। घटना में जावेद समेत 4 लोग जिंदा जल गए। इनमें एक 52 साल की फातिमा और 14 साल की बच्ची नाजिया भी थी।

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के कप्तानगंज कस्बे के मंगल बाजार में एक अवैध पटाखा गोदाम में आग लगने से बुधवार (नवंबर 4, 2020) को 4 लोगों की मौत हो गई। यह अवैध पटाखों का गोदाम जावेद का था। घटना में जावेद समेत 4 लोग जिंदा जल गए। इनमें एक 52 साल की महिला फातिमा और एक 14 साल की बच्ची नाजिया भी थी। इसके अलावा एक अन्य की अस्पताल ले जाते हुए मौत हुई।

दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, बुधवार की सुबह गोदाम में आग लगी तो पटाखों की आवाज सुनकर गली-मोहल्ले वाले सकते में आ गए। उन्होंने जब बाहर निकल कर देखा तो घर से धुआँ निकल रहा था और पटाखे फूटने की आवाजें आ रही थीं।

लोगों ने घबरा कर पुलिस व फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी। बाद में बड़ी मशक्कत करके पुलिस व फायर ब्रिगेड ने किसी तरह घर में लगी आग को बुझाया। वहीं, जब बचाव कार्य शुरू हुआ तो जावेद, फातिमा, नाजिया के तीन शव भीतर से बरामद हुए। ताजा रिपोर्ट्स में मरने वालों की संख्या 4 बताई जा रही है।

खबरों की मानें तो जावेद ने दीपावली को लेकर अपने घर के ही एक हिस्से में अवैध पटाखा जमा कर रखे था। बुधवार सुबह 7 बजे जब घर में अचानक आग लगी तो घर में पटाखे होने के कारण आग आस पास के घरों में भी फैल गई, जिससे कुछ अन्य घायल भी हुए।

एसपी विनोद कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस व फायर ब्रिगेडकर्मी आग बुझाने में जुटे हुए हैं। बचाव कार्य के दौरान शव बरामद हुए। अंदर कितने लोग थे, यह अभी पता नहीं चल पा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर काबू पा लिया जाएगा।

पुलिस का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में जहाँ 4 मौते हुई हैं, वहीं 10-11 लोग घायल भी हुए हैं। अब आगे मकान मालिक पर रिहायशी इलाके में पटाखा रख गोदाम बनाने का मामला दर्ज किया जाएगा।

यहाँ बता दें कि कुछ दिन पहले कुशीनगर जिला पुलिस ने पडरौना कोतवाली क्षेत्र के बाड़ी टोला में अवैध रूप से गोदाम में रखे पटाखों की खेप बरामद की थी। इसकी अनुमानित कीमत करीब बीस लाख थीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -