Sunday, September 8, 2024
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दुनिया सबसे सस्ते और सुरक्षित वैक्सीन को लेकर भारत की ओर देख रही, हमारे पास टीकाकरण का अनुभव: PM मोदी

"करीब 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं और जिनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत की अपनी 3 वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। विशेषज्ञ ये मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज़्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (दिसंबर 04, 2020) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस पर सर्वदलीय बैठक को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी अन्य देशों की कई वैक्सीन के नाम हम बाजार में सुन रहे हैं, लेकिन दुनिया कोरोनो वायरस बीमारी (COVID-19) के सबसे सस्ते और सबसे सुरक्षित टीके के इन्तजार में है और भारत की ओर देख रही है।

पीएम मोदी ने देश में COVID-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा, “हमारे वैज्ञानिक COVID-19 के टीके बनाने के अपने प्रयास में सफल होने के लिए बहुत आश्वस्त हैं। दुनिया सबसे सस्ते और सुरक्षित वैक्सीन पर नजर रखे हुए है। यही कारण है कि दुनिया भारत को देख रही है।”

बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन की कीमत को लेकर राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर रही है और इसके बारे में निर्णय सार्वजनिक स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता के रूप में रख कर लिया जाएगा। उन्होंने सभी नेताओं से लिखित रूप में अपने सुझाव भेजने का आग्रह किया ताकि उन पर गंभीरता से विचार किया जाए।

पीएम मोदी ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से कहा, “केंद्र और राज्य सरकार की टीमें एक साथ टीका वितरण के लिए काम कर रही हैं। भारत में अन्य देशों की तुलना में वैक्सीन वितरण की क्षमता बेहतर है। हमारे पास टीकाकरण के क्षेत्र में बहुत बड़ा और अनुभवी नेटवर्क है। हम इसका पूरा फायदा उठाएँगे।”

पहले वैक्सीन किसे उपलब्ध कराई जाएगी, इस पर चर्चा के बीच पीएम मोदी ने कहा कि जैसे ही वैज्ञानिक हरी झंडी देंगे, भारत में टीकाकरण शुरू हो जाएगा। हेल्थकेयर, फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी।

इसी पर आगे बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा- “करीब 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं और जिनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत की अपनी 3 वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। विशेषज्ञ ये मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज़्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।”

अपने सम्बोधन में पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने एक विशेष सॉफ्टवेयर भी बनाया है – ‘Co-WiN’, जिसमें आम लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन का उपलब्ध स्टॉक और उससे जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा,

“एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में केंद्र के लोग, राज्य सरकारों के लोग और एक्सपर्ट हैं। कोरोना वैक्सीन के वितरण पर यही ग्रुप सामूहिक रूप से निर्णय लेगा।”

PM मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विकसित देशों को भी काफी मुश्किल हुई है लेकिन भारत ने एक राष्ट्र के तौर पर बेहतरीन काम किया है। राजनीतिक दलों को वैक्सीन वितरण से जुड़ी किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकना चाहिए।

हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि भारतीयों का साहस इस लड़ाई के दौरान अदम्य और अभूतपूर्व रहा है। हमने अपने साथ, अन्य देशों की भी मदद का प्रयास किया। अब जब हम वैक्सीन के मुहाने पर खड़े हैं तो वही वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना होगा। टीकाकरण की अफवाहें जनहित और राष्ट्रहित, दोनों तरह से नुकसानदेह हैं। हमें लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना होगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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