दिल्ली के चाँदनी चौक इलाके में दिल्ली नगर निगम ने हाईकोर्ट के आदेश पर 50 साल पुराना हनुमान मंदिर तोड़ा था। अब उसी जगह पर रातों-रात एक बार फिर मंदिर का निर्माण कर दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ फ़िलहाल इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है कि निर्माण कैसे हुआ और किसने कराया। वहीं दूसरी तरफ उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर का कहना है कि मंदिर का निर्माण ‘हनुमान जी के भक्तों’ ने कराया है।
दरअसल, जनवरी 2021 के पहले हफ्ते में चाँदनी चौक का सौंदर्यीकरण हो रहा था। इस बीच वहाँ मौजूद हनुमान मंदिर तोड़ा गया था, जिस पर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की काफी आलोचना हुई थी। वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस मुद्दे पर कहा था कि अदालत के आदेशानुसार मंदिर ‘अतिक्रमण’ की श्रेणी में आता था इसलिए उसे तोड़ा गया। कई मीडिया रिपोट्स में बताया गया है कि भक्तों ने खुद से ही चंदा इकट्ठा करके मंदिर का अस्थायी पुनर्निर्माण कराया है।
इसके अलावा लोगों ने मंदिर में हनुमान की वही मूर्ति स्थापित की है, जो पहले वाले मंदिर में मौजूद थी। सोशल मीडिया पर नए अस्थायी पुनर्निर्माण की कई तस्वीरें भी आई हैं। शुकवार (19 फरवरी 2021) को सुर्ख़ियों में आई इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि स्टील का मंदिर खड़ा कर दिया गया है। आस-पास के लोग इसके भीतर स्थापित की गई हनुमान जी की मूर्ति की पूजा करते हुए नज़र आ रहे हैं।
इस घटना पर उत्तरी दिल्ली के मेयर जय प्रकाश ने ट्वीट करते हुए बताया कि राम जी और हनुमान के मंदिरों को उनके भक्तों द्वारा बनाया गया है। ऐसा करने के दौरान नियमों की अनदेखी की गई है लेकिन हमें आम जनता की आस्था का भी ख़याल रखना होगा। इस ट्वीट में अस्थायी रूप से बनाए गए मंदिर की दो तस्वीरें भी मौजूद थीं। तस्वीर में कई लोग पूजा करते हुए देखे जा सकते हैं।
#चांदनी_चौक में #विराजे #पवनसुत_हनुमान, #जय_श्री_राम
— Jai Prakash (@JPBhaiBJP) February 19, 2021
आज दोपहर 12:30 बजे दर्शन कर हनुमान मंदिर में आशीर्वाद प्राप्त करूँगा pic.twitter.com/RoY0xAct2s
इसके बाद जय प्रकाश ने अपने ट्वीट में लिखा, “चाँदनी चौक में विराजे पवनसुत हनुमान। जय श्री राम आज दोपहर 12:30 बजे हनुमान मंदिर का दर्शन करके आशीर्वाद प्राप्त करूँगा।”
इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी रातों रात बने हनुमान मंदिर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि भाजपा ने हमेशा इसे दोबारा स्थापित करने की बात कही है। आम जनता ने इस मंदिर का निर्माण किया है और ये केजरीवाल सरकार के मुँह पर तमाचा है। अब तो अरविंद केजरीवाल को खुद मंदिर जाकर दर्शन के बाद प्रायश्चित करना चाहिए।
दरअसल, चाँदनी चौक के अधिकृत क्षेत्र में किसी भी तरह के सिविल कार्य के किए अधिकारियों की अनुमति की ज़रूरत होती है। चाँदनी चौक ऐतिहासिक क्षेत्र है जहाँ व्यापारियों और पुरानी हवेलियों का गढ़ है। इसे राजधानी का अहम पर्यटन क्षेत्र भी माना जाता है और यह दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आता है।
3 जनवरी को चाँदनी चौक स्थित लगभग 50 साल पुराने हनुमान मंदिर पर सुबह 4 बजे के आस-पास बुलडोजर चला दिया गया था। देर रात हुई इस कार्रवाई की वजह से जनता में इसे लेकर काफ़ी आक्रोश था। इस घटना की वजह से अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।