Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाक्लबहाउस चर्चा में पत्रकार साक्षी जोशी ने माना- 'बीजेपी ने बंगाल में जमीन पर...

क्लबहाउस चर्चा में पत्रकार साक्षी जोशी ने माना- ‘बीजेपी ने बंगाल में जमीन पर किया है बहुत काम, हासिल कर सकती है बढ़त’

साक्षी जोशी कहती हैं, ''जिस तरह से उन्होंने पश्चिम बंगाल में जगह बनाई है। सोचिए जिस पार्टी की राज्य में कोई जगह नहीं थी से उस जगह पहुँचना जहाँ वे आज हैं। आपको इसका श्रेय बीजेपी को देना ही होगा। उन्होंने लेफ्ट को किनारे लगा दिया है, राज्य में कोई भी कॉन्ग्रेस पार्टी के बारे में बात नहीं कर रहा है।''

हाल ही में प्रशांत किशोर के साथ क्लबहाउस चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बॉथरूम ब्रेक और टॉयलेट रूटीन पूछने वाली पत्रकार साक्षी जोशी ने माना है कि बंगाल चुनावों में बीजेपी को बढ़त मिल सकती है और ऐसा इसलिए है क्योंकि उसने जमीन पर सच में काफी काम किया है।

ट्विटर पर वायरल हो रही उनकी एक बातचीत में साक्षी जोशी कहती हैं, ”जिस तरह से उन्होंने पश्चिम बंगाल में जगह बनाई है। सोचिए जिस पार्टी की राज्य में कोई जगह नहीं थी से उस जगह पहुँचना जहाँ वे आज हैं। आपको इसका श्रेय बीजेपी को देना ही होगा। उन्होंने लेफ्ट को किनारे लगा दिया है, राज्य में कोई भी कॉन्ग्रेस पार्टी के बारे में बात नहीं कर रहा है।”

साक्षी ने बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी द्वारा जमीन पर किए गए काम की तारीफ करते हुए कहा, आप लोगों को बीजेपी के बारे में बात करते हुए पाते हैं। लड़ाई बीजेपी और टीएमसी के बीच है। यह सब उनकी कड़ी मेहनत के कारण है। उनका कैडर बहुत मजबूत है।

जोशी ने कॉन्ग्रेस पार्टी की भी आलोचना की, कुछ ट्वीट पोस्ट करने से जमीन पर काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को जमीन पर लोगों से समर्थन मिल रहा है क्योंकि उन्होंने उनके लिए काम किया है।

बीजेपी की कट्टर आलोचक रहीं साक्षी जोशी की पार्टी के लिए ये तारीफ भरे शब्द, एक और ऑडियो बातचीत के कुछ दिनों बाद आए हैं, जिसका वह हिस्सा थी पर लीक हो गया था। उस ऑडियो बातचीत में, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कथित तौर पर स्वीकार किया था कि उनके द्वारा किए गए एक आंतरिक सर्वेक्षण में सामने आया कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी जीत रही है।

7 अप्रैल को, लुटियंस के पत्रकारों और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के बीच एक क्लब हाउस की बातचीत के ऑडियो क्लिप ट्विटर पर वायरल हुए थे। सत्तारूढ़ टीएमसी के लिए काम कर रहे किशोर ने स्वीकार किया था कि उनके आंतरिक सर्वेक्षण के नतीजे पश्चिम बंगाल राज्य विधान सभा चुनावों में भाजपा की आरामदायक जीत का संकेत दे रहे थे।

जैसे-जैसे बातचीत का ऑडियो जंगल की आग की तरह फैला, किशोर और उस चर्चा में हिस्सा लेने वाले साक्षी जोशी समेत सभी पत्रकार यह कहते हुए डैमेज कंट्रोल में जुट गए कि उन्होंने बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी नहीं की थी।

साक्षी जोशी ने पूछी थी ममता बनर्जी की टॉयलेट रूटीन

उस बातचीत का सबसे मजेदार पल तब आया जब साक्षी जोशी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की टॉयलेट रूटीन के बारे में पूछा। जोशी टॉयलेट पर नियंत्रण करने की ममता बनर्जी की क्षमता से प्रभावित दिखीं।

उन्होंने पूछा, “मैं एक महिला के रूप में सोच रही थी। ममता बनर्जी हेलीकॉप्टर में आती हैं, एक घंटे मंच पर बोलती हैं, अपने हेलीकॉप्टर में लौटती हैं और फिर एक अलग जगह पर लैंड करती हैं। वहाँ भी वह मंच पर एक घंटे तक बोलती है। वह वॉशरूम कब जाती हैं? वह अपने लिए कब समय निकालती हैं? यही मेरा सवाल है।”

जोशी ने कहा, ”मैं सोच रही थी कि हमें (पत्रकारों को) अधिक गर्मी और अधिक मात्रा में पानी के सेवन के कारण (बार-बार वॉशरूम) जाना होता है। हमें कहीं न कहीं जाना होता है। मैंने उन्हें कभी कोई ब्रेक लेते नहीं देखा।” साक्षी के इस सवाल पर शर्मिंदा प्रशांत किशोर ने मजाक में पूछा, “क्या मुझसे इसका भी जवाब देने की उम्मीद है?”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -