इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बुधवार (19 मई 2021) को कोविसेल्फ (CoviSelf) के उपयोग को मँजूरी दे दी। यह कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए बनाई गई टेस्ट किट है। इस किट की मदद से लोग घर में ही Covid-19 की जाँच कर सकेंगे। यह टेस्ट किट पुणे की मॉलेक्यूलर बायोलॉजी कंपनी MyLab Discovery Solutions द्वारा बनाई गई है। MyLab की यह टेस्ट किट कोविसेल्फ (CoviSelf), कोरोना के रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) पर आधारित है।
Today, Mylab has taken an important and essential step to help India and the world fight the worst pandemic in the history of mankind. A step that will empower every Indian to fight this pandemic. We feel humbled to give India – its first Self-use Covid-19 test kit – CoviSelf. pic.twitter.com/5Y9VxEIEEV
— Mylab Discovery Solutions (@MylabSolutions) May 20, 2021
संक्रमण की शुरुआत के बाद से देश में कोरोना टेस्टिंग 20 लाख प्रतिदिन तक हो चुकी है। बावजूद लगातार टेस्ट की संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस की जाती रही है। कोविसेल्फ (CoviSelf) इस दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है। इससे टेस्टिंग पर आने वाला बोझ कम होगा और घरेलू स्तर पर ही लोग जाँच कर सावधान हो जाएँगे।
कोविसेल्फ (CoviSelf) टेस्ट किट में एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब, नजल स्वैब, एक टेस्टिंग कार्ड और कचरे को फेंकने के लिए बायो हजार्ड बैग उपलब्ध होता है। इस टेस्टिंग किट की प्रारम्भिक कीमत 250 रुपए है। वर्तमान में कंपनी की क्षमता 70 लाख किट प्रति हफ्ते निर्मित करने की है, जिसे बढ़ाकर 1 करोड़ किट प्रति हफ्ते किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। कोविसेल्फ किट से 15 मिनट के अंदर टेस्ट रिजल्ट प्राप्त किया जा सकता है।
ICMR की गाइडलाइन
MyLab द्वारा बनाई गई टेस्ट किट के उपयोग पर ICMR ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ICMR के अनुसार इस टेस्ट किट का उपयोग उन्हें ही करना चाहिए जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं अथवा संक्रमण के लक्षणों से पीड़ित हैं। कोविसेल्फ से Covid-19 का पॉजिटिव रिजल्ट आने पर उपयोगकर्ता को स्वयं को पॉजिटिव ही मानना चाहिए और उसे दोबारा टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं है। किन्तु यदि कोई लक्षण वाला मरीज इस किट के मुताबिक Covid-19 पॉजिटिव नहीं है तो उसे आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की सलाह दी गई है।
COVID #home testing using rapid #antigen tests: #Mylab test kit approved pic.twitter.com/FpkP37Q76U
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) May 19, 2021
ICMR की गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि कोविसेल्फ (Coviself) से जिस व्यक्ति का Covid-19 टेस्ट पॉजिटिव आता है उसे स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार आइसोलेशन और इलाज संबंधी सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा।
इसके अलावा ICMR ने इस घरेलू टेस्टिंग किट के उपयोग के लिए निर्माता कंपनी MyLab के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने का सुझाव भी दिया है। टेस्टिंग किट के उपयोग को लेकर कंपनी के दिशा-निर्देश वीडियो और कंपनी के यूजर मैनुअल में उपलब्ध हैं। साथ ही इस कोविसेल्फ टेस्ट किट की विशेषता है कि यह कंपनी के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित मोबाइल एप्लीकेशन से लिंक होता है और यूजर को अपना टेस्ट स्टेटस इस एप्लीकेशन में अपलोड करना होता है जिससे ICMR को संक्रमण के सही आँकड़े प्राप्त हो सकें।
टेस्ट किट पर कंपनी के दिशा-निर्देश
कोविसेल्फ का उपयोग करने से पहले कोविसेल्फ मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करना होता है। यह एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित मोबाइल एप्लीकेशन है। इस मोबाइल एप्लीकेशन पर पूरी जानकारी देनी होती है। उसके बाद ही इस किट का उपयोग किया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया गया है जिससे कोरोना वायरस संक्रमण के आँकड़ों की पूरी निगरानी की जा सके। इस दौरान संग्रहित डाटा पूरी तरह से भारत सरकार के नियमों के अनुसार सुरक्षित रखा जाता है।
Covid-19 टेस्ट किट कोविसेल्फ (Coviself) के उपयोग की पूरी जानकारी इसे बनाने वाली कंपनी MyLab की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। साथ ही टेस्ट किट का उपयोग करने के लिए एक वीडियो भी है। इसके अलावा टेस्ट किट के उपयोग के लिए यूजर मैनुअल भी उपलब्ध कराया गया है, जिसमें किट के संचालन की पूरी जानकारी होती है।
ICMR द्वारा यह सुझाव दिया गया है कि इस घरेलू टेस्ट किट के उपयोग के लिए कंपनी द्वारा बताई गई उपयोग विधि का पालन करना आवश्यक है। पुणे की मॉलेक्यूलर बायोलॉजी कंपनी MyLab Discovery Solutions के डायरेक्टर ने कहा कि कई देशों में घरेलू टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। हमने भारत में भी एक ऐसा प्रयास किया है। हमारा उद्देश्य है कि कोरोना वायरस की दूसरी या आगे आने वाली लहरों को देखते हुए देश तैयार रहे।