भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने सोमवार (24 मई 2021) को ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें ‘किसान’ नाचते और जश्न मनाते नजर आ रहे हैं। बीकेयू ने कहा कि हिसार के फरीदपुर गाँव में तब से जश्न चल रहा है, जब से नगरीय प्रशासन ने किसानों के खिलाफ सभी एफआईआर को रद्द करने और उनके क्षतिग्रस्त वाहनों की मरम्मत करवाने के लिए हामी भरी है।
Celebrations going on in Faridpur village of Hisar after Hisar administration agreed to repeal all the FIR against farmers & repair damaged vehicles.#FarmerProtest pic.twitter.com/9yzf64oJaR
— BKU EKTA UGRAHAN (@Bkuektaugrahan) May 24, 2021
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन ये तथाकथित किसान इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखाई दिए। वीडियो को करीब से देखने पर पता चलता है कि इनमें से किसी ने भी जश्न के दौरान ना तो मास्क पहना हुआ है और ना ही ये सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते नजर आए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 16 मई को कोविड-19 रोगियों के लिए 500 बिस्तरों वाले अस्पताल के उद्घाटन के लिए हिसार का दौरा किया था। इसी दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, जिसको लेकर पुलिसकर्मियों से उनकी झड़प हो गई। हरियाणा पुलिस के अनुसार, ”हिसार के चौधरी देवीलाल संजीवनी अस्पताल के बाहर विरोध के बहाने बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर पथराव कर दिया था। इस हमले में घायल हुए 5 महिलाओं सहित 20 पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।”
Farmers block the highway at Haryana-Punjab border at Shambhu toll plaza near Ambala after police baton-charged farmers protesting against CM Manohar Lal Khattar in Hisar
— ANI (@ANI) May 16, 2021
“This is a symbolic protest to express solidarity with our brothers in Hisar,” says a farmer pic.twitter.com/0MluxTRoRZ
इसको लेकर किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। किसान नेताओं और प्रशासन के अधिकारियों ने हिसार में इस मामले पर बैठक की थी। घटना के एक हफ्ते के बाद यानी 24 मई को प्रशासन किसानों के खिलाफ एफआईआर वापस लेने को राजी हो गया।
इस मामले पर बीकेयू नेता गुरनाम सिंह ने कहा, “उन्होंने एफआईआए वापस लेने के लिए पूरी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक महीने का समय माँगा है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि किसानों के क्षतिग्रस्त वाहनों की मरम्मत भी कराई जाएगी। एसडीएम यहाँ गारंटी देने आए थे कि इसमें कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा। इस दौरान गुरनाम के साथ राकेश टिकैत भी मौजूद थे।