अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह को तालिबान ने तड़पा-तड़पा कर मार डाला। कथिततौर पर इस हत्या को अंजाम पंजशीर की घाटी में दिया गया। वहाँ अब भी तालिबानियों से संघर्ष जारी है। रोहुल्लाह की हत्या पर तालिबान ने अब तक जिम्मेदारी नहीं ली है। वहीं अमरुल्लाह सालेह की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया आनी शेष है।
Breaking on India Today: Taliban has killed Ex-Vice President of Afghanistan, Amrullah Saleh's brother Rohullah Saleh. #Taliban #Afghanistan #AmrullahSaleh #RohullahSaleh #ITCard pic.twitter.com/BjBujPy8fN
— IndiaToday (@IndiaToday) September 10, 2021
संबंधित खबरों की बात करें तो कहा जा रहा है कि रोहुल्लाह पंजशीर से काबुल जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तालिबानियों को इसका पता चल गया और मौके से पहुँच कर उन्हें बंदी बना लिया गया। फिर सालेह को कोड़ों और बिजली के तारों से पीटा गया और बाद में उनका गला काट दिया गया। खून से लथपथ सालेह पर इसके बाद तालिबानियों ने गोलियाँ बरसाईं।
Unconfirmed report of #AmrullahSaleh
— Manish Shukla (@manishmedia) September 10, 2021
Brother Rohullah Saleh shot dead by Taliban. He was tortured to dead by the Taliban.#PanjshirValley#Taliban #Afghanistan pic.twitter.com/EMmy9KkpHJ
Rohullah Saleh, brother of former Vice President Amrullah Saleh has been killed by the #Taliban last night. The late Rohullah Saleh was fighting the resistance in #Panjshir. pic.twitter.com/EGPIBH6qOa
— Sanam Wahidi (@sanamwahidi) September 10, 2021
गौरतलब है कि इससे पहले पंजशीर में तालिबान ने अपना कब्जा होने का दावा किया था। उनके द्वारा पंजशीर गवर्नर के कार्यालय पर तालिबानी झंडा फहराने की तस्वीर भी सामने आई थी। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने भी कहा था कि अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत को भी पूरी तरह जीत लिया गया है।
हालाँकि, ऐसी खबरों को और तालिबान के दावों को एनआरएफ ने नकारते हुए कहा था कि जंग अभी चल रही है। NRF ने तालिबान की जीत का दावा खारिज करते हुए कहा कि पंजशीर घाटी के महत्वपूर्ण रणनीतिक मोर्चों पर उसके लड़ाके मौजूद हैं। इस बीच पंजशीर के गर्वनर हाउस में तोड़फोड़ किए जाने की खबरें भी हैं। इससे पहले भी तालिबान ने पंजशीर घाटी को फतह कर लेने का दावा किया था, जिसे पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और नॉर्दन एलायंस के नायक अहमद मसूद ने खारिज कर दिया था।