चंडीगढ़ पहुँचने के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोला है। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने साफ किया है कि वो अब कॉन्ग्रेस के साथ नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि वो पहले कह चुके हैं कि कॉन्ग्रेस छोड़ देंगे। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू पंजाब के लिए सही नहीं हैं। अमरिंदर सिंह ने साफ किया कि सिद्धू कहीं से भी चुनाव लड़ें लेकिन वो उन्हें जीतने नहीं देंगे। अमरिंदर सिंह ने पार्टी में कलह का सारा ठीकरा सिद्धू पर फोड़ा है।
#WATCH | “…I had said it before also that Navjot Singh Sidhu is not the right man for Punjab, and if he contests, I will not let him win…,” says former Punjab CM Captain Amarinder Singh pic.twitter.com/msURZAlalR
— ANI (@ANI) September 30, 2021
इसके कुछ ही देर बाद ही उनके ट्विटर हैंडल के बायो से कॉन्ग्रेस नाम हटा दिया गया। वहीं कैप्टन के कॉन्ग्रेस छोड़ने के ऐलान ने पंजाब के नेताओं की नींद उड़ा दी है। कई वरिष्ठ नेताओं को चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के लिए भी खतरे का अंदेशा नजर आ रहा है। इन नेताओं का मानना है कि कहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ दो दर्जन विधायक न चले जाएँ। यदि ऐसी नौबत आती है तो पंजाब में सरकार के गिरने और राष्ट्रपति शासन लगने का खतरा पैदा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि चन्नी का काम सरकार चलाना है। सिद्धू का काम पार्टी चलाना है। चन्नी के काम में सिद्धू की दखलअंदाजी नहीं होनी चाहिए। कॉन्ग्रेस की मौजूदा स्थिति पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू जैसा हाल कॉन्ग्रेस में कभी नहीं हुआ है। अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि वो बीजेपी में नहीं जाएँगे।
I am not remaining in Congress, I am not joining the BJP: Former Punjab CM Amarinder Singh pic.twitter.com/AYegq35u7w
— ANI (@ANI) September 30, 2021
अमरिंदर ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, “मैं अब तक कॉन्ग्रेस में हूँ लेकिन आगे नहीं रहूँगा। मैंने पहले ही अपनी पोजिशन स्पष्ट कर दी है। यह असहनीय है। मैं इस तरह का व्यवहार नहीं सहन कर पाऊँगा। मैं कॉन्ग्रेस में 50 साल से हूँ। मैंने बताया कि सबको पता है कि मेरे अपने मत हैं, अपने सिद्धांत हैं।”
अमरिंदर सिंह ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “जिस तरह मेरे साथ कॉन्ग्रेस के अंदर व्यवहार हुआ, साढ़े 10 बजे मुझे हाईकमान कॉल करते हैं कि आप इस्तीफा दे दो। मैंने एक बार भी नहीं पूछा क्यों, मैंने तुरंत इस्तीफा लिखकर 4 बजे राज्यपाल को दे दिया। अगर 50 साल बाद मेरी विश्वसनीयता पर शक हो रहा है तो फिर कुछ बचा नहीं।”
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “पिछली बार के सर्वेक्षण में आम आदमी पार्टी आगे बढ़ रही है, कॉन्ग्रेस नीचे जा रही है। कॉन्ग्रेस की लोकप्रियता में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। नवजोत सिंह सिद्धू पर लोगों को विश्वास नहीं है।”
उन्होंने बताया कि दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से उनकी मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से ड्रोन का आना सुरक्षा के लिए खतरा है। डोभाल से मुलाकात के संदर्भ में उन्होंने कहा, “सुरक्षा चिंताओं को लेकर मैं उनसे मिला। मैं मुख्यमंत्री भले ही नहीं हूँ, लेकिन पंजाब तो हमारा है। पहले जैसे हालात न पैदा हों, एनएसए से मुलाकात का यही मकसद था।”
वहीं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात को लेकर सिंह ने कहा, “किसान आंदोलन को एक साल पूरा हो गया। कुछ तो समाधान निकलना चाहिए। मुझे डर है कि इससे पंजाब में दिक्कतें पैदा हो सकती हैं, और यह मैं नहीं चाहता। मैने गृहमंत्री से कहा है कि किसानों की माँग मानने और फसल विविधिकरण के लिए पंजाब को 25 हजार करोड़ रुपए दिए जाएँ।”
गौरतलब है कि सिद्धू के साथ टकराव के बाद अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया। सिद्धू ने मंगलवार को प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।