Sunday, September 8, 2024
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‘पिता को 15 टुकड़ों में काटा, बैग में भरकर झेलम किनारे फेंका’: USA में पल्लवी जोशी ने दुनिया को बताया कश्मीरी पंडितों का दर्द

"हमने ये निर्णय लिया कि हम इसे जरूर करेंगे। इसलिए नहीं कि ये हमारा प्रोजेक्ट है, बल्कि इसलिए कि 30 साल पहले क्या हुआ इसके बारे हम बता सकें। हमने दुनिया को कश्मीर की सच्चाई दिखाने का निर्णय लिया। जब हम फिल्म बना रहे थे तो उसमें आया हर सीन सच्ची घटनाओं पर आधारित है।"

कश्मीरी पंडितों पर 90 के दशक में क्या कुछ गुजरी थी, इसके बारे में दुनिया को अमेरिका की धरती से कश्मीर फाइल्स के अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने बताया। उन्होंने अमेरिका के लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले कैपिटल हिल में भी सम्बोधन दिया। एक्ट्रेस ने कहा कि फिल्म के लिए जब उन्होंने पीड़ितों का इंटरव्यू लेना शुरू किया तो उन्हें एक पीड़ित ने बताया कि कश्मीर में उसके पिता के 15 टुकड़े कर दिए गए थे।

एक्ट्रेस ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए बताया, “हम सभी ने एक फिल्म बनाने का फैसला किया और इसी बीच विवेक (अग्निहोत्री) यूएस की यात्रा पर आए। जब वो वापस लौटे तो बोले हम कश्मीर पर फिल्म बनाने जा रहे हैं। मैंने पूछा कश्मीर पर क्या? उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित पर हम फिल्म बनाने जा रहे हैं। इसके बाद विवेक ने कश्मीरी पंडितों के बारे में स्टोरीज को बताया। हमने उस पर रिसर्च शुरू किया। इससे हमें कश्मीरी पंडितों के उन हालातों के बारे में पता चला, जिसे उन्होंने झेला था।”

पल्लवी ने कहा, “हम लोग पीड़ितों के परिवारों और उन लोगों से मिले, जिन्होंने इस नरसंहार को झेला था। डॉ सुरेंदर कौर ने हमें अमेरिका आकर कश्मीरी पंडितों से मिलने को कहा। फिल्म के लिए हमने बड़े स्तर पर कश्मीरी पंडितों का इंटरव्यू लेने का निर्णय लिया। मुझे मेरा पहला इंटरव्यू याद है। जब हम एक घर में इंटरव्यू लेने के लिए गए तो महिला ने बताया कि मेरे पिता को 15 टुकड़ों में काटा गया था और उन्हें एक बैग में भरकर झेलम नदी के किनारे फेंक दिया गया था। हमने हर दिन 4-5 इंटरव्यू लिया। यह बहुत ही भयानक था। लोगों ने बहुत कुछ सहा था। मैंने विवेक से कहा कि मैं तो ये नहीं कर पाऊँगी। लेकिन ये हमारे रिसर्च का हिस्सा था और हमने इसे किया।”

अभिनेत्री ने कहा कि सारा रिसर्च करने के बाद हमने ये निर्णय लिया कि हम इसे जरूर करेंगे। इसलिए नहीं कि ये हमारा प्रोजेक्ट है, बल्कि इसलिए कि 30 साल पहले क्या हुआ इसके बारे हम बता सकें। हमने दुनिया को कश्मीर की सच्चाई दिखाने का निर्णय लिया। जब हम फिल्म बना रहे थे तो उसमें आया हर सीन सच्ची घटनाओं पर आधारित है। हम उन कश्मीरी परिवारों के जज्बे को सलाम करते हैं, जिसे उन्होंने हमें बताया।

गौरतलब है कि इससे पहले फिल्म निर्देश विवेक अग्निहोत्री ने कैपिटल हिल में भाषण देते हुए अमेरिका को आइना दिखाया था कि पश्चिमी देशों ने कश्मीर को मंनोरजन और रियलिटी शो का स्थल बना दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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