उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को बड़ा झटका लग सकता है। खबर है कि सपा के पूर्व प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) रविवार (16 जनवरी 2022) को भाजपा को ज्वॉइन करेंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपर्णा लखनऊ की कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी हो सकती हैं। इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
वहीं, पूर्व IPS अधिकारी असीम अरुण भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे। दलित समाज से आने वाले असीम अरुण कानपुर के कमिश्नर रह चुके हैं और राजनीति में आने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली है।
अपर्णा यादव की बात करें तो वह मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। उन्होंने वर्ष 2017 में सपा की तरफ से लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह भाजपा प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी से हार गई थीं। बीते दिनों सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
मालूम हो कि अपर्णा कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करती हुई नजर आई हैं। अपर्णा यादव ने मार्च 2018 में योगी आदित्यनाथ सरकार के एक साल पूरा होने के अवसर पर आयोजित इंडिया टीवी के कॉन्क्लेव ‘संवाद उत्तर प्रदेश’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि लाल किले से पीएम ने जो बोला उसे मैं सलाम करती हूँ। साथ ही अपर्णा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें सीएम योगी की ईमानदारी और निष्ठा पर कोई संदेह नहीं है।
इसके अलावा, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के सहयोग के लिए समाजवादी पार्टी के संरक्षक और बतौर मुख्यमंत्री कारसेवकों पर गोली चलवाने के आरोपित मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने राम मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग किया था। पिछले साल फरवरी में उन्होंने अतीत के लिए स्वयं जिम्मेवार नहीं बताते हुए कहा था कि उन्होंने ये काम अपनी स्वेच्छा से किया है। वह अपने परिवार की जिम्मेदारी नहीं ले सकती हैं, अतीत कभी भी आने वाले कल के बराबर नहीं हो सकता है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा सीट के लिए सात चरणों में मतदान होना है। 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ इसकी शुरुआत होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण में 59 सीटों पर, चौथे चरण में 60 सीटों पर, पांचवें चरण में 60 सीटों पर, छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा।