केरल के तिरुवनंतपुरम में 75 वर्षीया महिला शांता कुमारी की हत्या में गिरफ्तार रफीका, उसका बेटा और रफीका के दोस्त ने इससे पहले एक नाबालिग लड़की की हत्या करने का भी खुलासा किया है।विझिंजम (Vizhinjam) पुलिस द्वारा गिरफ्तार 50 वर्षीय रफीका बीवी और 23 वर्षीय उसका बेटा शफीक ने बताया कि दिसम्बर 2020 में दोनों ने बेटे द्वारा रेप की वारदात को छिपाने के लिए 14 साल की नाबालिग लड़की की हत्या कर दी थी। लड़की का यौन शोषण करने के बाद शफ़ीक़ को डर था कि वो उसकी पोल न खोल देगी। इसके बाद अम्मी-बेटे ने मिलकर हत्या कर दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पीड़ित लड़की केरल के Muttakkadu की रहने वाली थी। 13 दिसम्बर 2020 को वह अपने घर पर गंभीर हालत में मिली थी। अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया था। घटना के दिन आरोपित शफीक ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया था। उन्हें डर था कि पीड़िता कहीं उनकी हरकत अपने परिवार में बता न दे। हत्या करने के लिए सिर पर हथौड़े से वार किया गया था। किसी को शक न हो इसके लिए रफ़ीका घायल पीड़िता के साथ एबुलेंस में अस्पताल तक भी गई।
मृत लड़की को उनके माता पिता ने गोद लिया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, केरल पुलिस ने उसके माता-पिता को ही आरोपित मानते हुए उन्हें अपनी ही बेटी की हत्या करने का गुनाह कबूल करने का दबाव बनाया था। मृतका के दत्तक पिता आनंदन ने बताया, “पुलिस ने मुझ से अपनी ही बेटी को मार डालने का गुनाह कबूल करवाने के लिए बेरहमी से पीटा, पैरों के तलवों पर खूब मारा, घंटों की प्रताड़ना में मुझे थाने में नंगा तक किया गया था।”
गौरतलब है कि नए घटनाक्रम में आरोपितों ने शांता कुमारी की हत्या उनके गहने लूटने के लिए की थी। हत्या के लिए इस बार भी सिर पर हथौड़ा मारा गया था। घर छोड़ कर भागने के दौरान पुलिस ने इन सभी की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की थी। आखिरकार 50 वर्षीय रफीका बीवी, उसका 23 वर्षीय बेटा शफीक और रफीका का 26 वर्षीय दोस्त अल आमीन कोझिकोड जाने वाली एक निजी बस से गिरफ्तार किए गए थे।