सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के खिलाफ बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा है कि अगर योगी आदित्यनाथ फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वो संत परमहंस के साथ रामलला के दर्शन करेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का पहला चरण बीत चुका है, ऐसे में अयोध्या में भी राजनीतिक सरगर्मी तेज़ है। राम मंदिर निर्माण के साथ ही योगी सरकार इसे एक आध्यात्मिक स्थल के रूप में विकसित करने में लगी हुई है। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अब एक ऐसा नजारा देखने को मिला है, जिस पर लोगों को यकीन नहीं हो रहा है। दरअसल, तपस्वी छावनी के संत परमहंस और बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के लिए अपने-अपने धर्म/मजहब के हिसाब से प्रार्थना की/दुआ पढ़ी। जहाँ संत परमहंस ने हनुमान जी और भगवान श्रीराम से सीएम योगी की जीत के लिए हाथ जोड़ कर प्रार्थना की, वहीं इकबाल अंसारी ने दोनों हाथ उठा कर दुआ माँगी।
इस दौरान इकबाल अंसारी ने कहा, “ये चुनाव का दौर है। यहाँ परमहंस आचार्य ने अपने धर्म के अनुसार पूजन किया और मैंने अपने धर्म के अनुसार दुआएँ मांगी। हम लोगों ने यही मन्नत माँगी कि योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बनें। हम लोग यह चाहते हैं कि अयोध्या धर्म की नगरी है और संतों के साथ धार्मिक आस्थाएँ पूरी करना उनका धर्म है। हम लोग भी उनसे जुड़े हुए हैं। हम लोग यह चाहते हैं कि वह दोबारा चुन कर आएँ। अयोध्या में जो भी धार्मिक कार्य होगा, उसमें हम उनका साथ देंगे।
'सीएम योगी आदित्यनाथ संत हैं', इकबाल अंसारी ने दोबारा CM बनने के लिए मांगी दुआ#UPElections2022 #YogiAdityanath https://t.co/NogwQElELg
— NBT Uttar Pradesh (@UPNBT) February 12, 2022
उन्होंने कहा कि चूँकि सब मिलजुल कर अयोध्या में रहते हैं, इसीलिए वो संतों के साथ जाकर रामलला के दर्शन भी करेंगे। तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस ने कहा कि साधु-संतों के साथ मिल कर इक़बाल अंसारी ने भी विशेष प्रार्थना की है कि योगी आदित्यनाथ को बहुमत मिले और उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बने। उन्होंने कहा कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात करती है, इसीलिए हम इस पार्टी के साथ हैं और जीत के बाद सब मिल कर रामलला के दर्शन करेंगे।