उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अपराधियों के बीच आतंक बना बुलडोजर, ‘योगी मॉडल’ (Yogi Model) के रूप में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) होते हुए बिहार (Bihar) तक पहुँच गया है। हालाँकि, भाजपा और जदयू की गठबंधन वाली बिहार सरकार में बुलडोजर की कार्रवाई पर आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। छपरा में एक संगीन अपराधी के खिलाफ बुलडोजर के इस्तेमाल के बाद जदयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य में योगी मॉडल नहीं चलेगा। वहीं, भाजपा नेता अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बिहार जैसे राज्य के योगी मॉडल सही है।
JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष कुशवाहा ने कहा कि बिहार में योगी मॉडल नहीं, नीतीश मॉडल ही चलेगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई उपाय हैं। किसी एक अपराधी की वजह से पूरे घर पर बुलडोजर चला देना सही नहीं है। बिहार को बुलडोजर संस्कृति की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर बुलडोजर चलाना ही है तो ऐसे भवनों पर चलाना चाहिए, जो सरकारी जमीनों का अतिक्रमण करके बनाए गए हों। अगर कोई गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करता है तो उस पर बुलडोजर चलाने के बजाए उसकी अवैध संपत्ति जब्त किया जाना चाहिए।
कुशवाहा ने कहा कि 2005 से पहले बिहार का हाल क्या था, यह बताने की जरूरत नहीं है। तब अपराधियों का मनोबल तोड़ने के नीतीश मॉडल की खूब चर्चा हुई थी और उसी का नतीजा है कि आज भी अपराधी खौफ खाते हैं। बिहार में नीतीश मॉडल ही अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण करने के लिए काफी है और किसी मॉडल की जरूरत नहीं है।
BJP नेता अमरेंद्र प्रताप सिंह का कुशवाहा पर लटवार
उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भाजपा के तेजतर्रार नेता और बिहार सरकार में मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपराधी संगीन अपराध करता है और कानून की पकड़ से बाहर रहता है तो उसके घर पर बुलडोजर चलाना चाहिए, तभी उसके मन में खौफ पैदा होगा।
मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि छपरा में कानून की पकड़ से बाहर रहे संगीन अपराधी के घर पर बुलडोजर चलाना सही है। पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई का उन्होंने खुलकर समर्थन किया और बिहार में योगी मॉडल की वकालत की।
डिप्टी सीएम और भू-सुधार मंत्री ने बताई थी बुलडोजर की जरूरत
इसके पहले बिहार के भू-राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय ने कहा था कि एक अप्रैल बिहार में बुलडोजर चलने लगा है। उधर, छपरा में ज्वेलरी दुकानदार के साथ हुई लूट की घटना के बाद उप-मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने बिहार में बुलडोजर मॉडल के जरूरत बताई थी। उन्होंने कहा था कि बिहार में भी योगी जी वाले बुलडोजर मॉडल की जरूरत है।
क्या है मामला
बिहार के छपरा में बालू कारोबारी सोनू राय की वर्चस्व की लड़ाई में मार्च 2021 में हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को लेकर खूब बवाल हुआ था। सोनू राय के पिता सुदीश राय ने इस मामले में पाँच लोगों को आरोपित बनाया था, जिनमें से दो अभियुक्त कोर्ट में हाजिर हो गए थे।
वहीं, मामले के अन्य आरोपी विकास राय और जितेंद्र राय फरार थे। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कई बार निर्देश दिया, लेकिन उन्होंने सरेेंडर नहीं किया। उनकी फरारी को देखते हुए कोर्ट ने कुर्की का आदेश दिया था। इसके बाद बाद जिला प्रशासन ने कुर्की के साथ-साथ घर पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया।
बता देें कि इसी साल 28 मार्च को सोनू राय के बड़े भाई की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में सुदीश राय ने प्राथमिकी में कहा कि सोनू की हत्या का केस वापस लेने के लिए अपराधी उन पर दबाव बना रहे थे और केस वापस नहीं लेने पर हत्या की धमकी दे रहे थे। अंत में उनके दूसरे बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।