पाताल पुरी मठ के प्रमुख महंत बालक दास का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यदि इस्लामवादियों ने बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को नुकसान पहुँचाने की कोशिश की तो साधु समाज शांत नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि हमारी बेटी को बलात्कार की धमकी दी जा रही है, उनकी रक्षा के लिए 18 लाख नागा साधु-संत सड़कों पर उतरेंगे।
नागा साधु नुपुर शर्मा के साथ हैं 😍
— Harsha Patel 🇮🇳 (@harshasherni) June 13, 2022
कल्पना करिये उस दृष्य” का जब “18 लाख” नागा साधु सडक पर उतरेंगे। और यदि सही आकलन खुद ना कर पाओ तो इतिहास पढ़ लेना pic.twitter.com/BpSeL3510L
यह वीडियो 11 जून को काशी में हुई धर्म परिषद का है। धर्म परिषद का आयोजन वाराणसी के हर तीरथ के सुदाम कुटी में किया गया था। बैठक की अध्यक्षता पातालपुरी मठ के प्रमुख महंत बालक दास ने की थी। इस सभा में काशी में कई मठों, पीठों और अखाड़ों के प्रमुख पुजारियों और धार्मिक नेताओं के साथ-साथ कई अन्य हिंदू संतों ने भाग लिया था।
इस दौरान महंत बालक दास ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “दिन-ब-दिन अराजकता बढ़ती ही जा रही है। लोगों ने हद ही पार कर दी है। भगवान शिव का मजाक उड़ाया जा रहा है। शिवलिंग को एक फव्वारा कहा जा रहा है। इसके बाद भी सनातन धर्म के लोग शांत बैठे हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हद हो गई, भारत की एक बेटी ने भगवान शिव पर अपमानजनक टिप्पणी सुनने के बाद वही कहा जो उनके कुरान में लिखा हुआ है। सभी सनातनी लोग शांतिपूर्ण बर्ताव कर हैं, फिर भी ये मौलवी मस्जिदों से लोगों को बुला रहे हैं कि वे आएँ पत्थर फेंकें और अराजकता फैलाएँ।”
महंत बालक दास ने कहा कि अगर चीजें गलत होती हैं तो नागा साधु नूपुर शर्मा के बचाव में सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने कहा, “आज हमारी बेटी को बलात्कार की धमकी दी जा रही है। अगर उसे कुछ हो गया तो ध्यान रहे कि यह साधु संत समाज शांत नहीं बैठेगा। 18 लाख नागा साधु सड़क पर उतर आएँगे, साथ ही पूरा संत समाज सड़क पर उतर आएगा और फिर आप उस दृश्य की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।”
बीते दिनों संतों ने इस्लामिक कट्टरपंथियों की हिंसा के खिलाफ 16 प्रस्तावों को पास किया था। संतों ने एक सुर में कहा था कि भारत में किसी भी तरह से तालिबानी मानसिकता को फैलने नहीं दिया जाएगा। धर्म परिषद में नूपुर शर्मा को रेप और हत्या की धमकी देने वालों को भी जेल भेजने की माँग की गई थी।
ऑपइंडिया से बात करते हुए महंत बालक दास ने कहा था, “काशी में इस तरह की कोई घटना न घटे, इसको लेकर शांति की अपील की गई है। लेकिन, ये सोचने का विषय है कि आखिर जुमे की नमाज में ऐसा क्या पढ़ाया जा रहा है कि वहाँ से निकलते ही लोग उतने उग्र हो जा रहे हैं। 15-16 साल के उन्मादी लड़के पत्थरबाजी कर रहे हैं।”
कौन हैं नागा साधु?
नागा साधु भगवान शिव के भक्त होते हैं, जो हिमालय में निवास करते हैं। आदिगुरु शंकराचार्य की ओर से स्थापित किए गए विभिन्न अखाड़ों में रहने वाले ऐसे साधु नग्न रहते हैं और शरीर पर धूनी की राख लपेटकर रखते हैं। कुंभ मेले में ये शाही स्नान के लिए एकत्रित होते हैं।