उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में 28 जून 2022 को रामसुख नाम के व्यक्ति की 21 साल की बेटी और 45 साल की पत्नी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या के लिए लोहे की रॉड का भी प्रयोग किया गया था। अब पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए 2 जुलाई 2022 (शनिवार) को इरफान, सदान और शहबाज नाम के आरोपितों को गिफ्तार किया है। आरोपित इरफान ने गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर भी गोली चलाई जिसकी जवाबी कार्रवाई में इरफान के पैर पर भी गोली लगी और वो घायल हो गया।
सुल्तानपुर पुलिस के मुताबिक मामला जिले के लम्भुआ स्टेशन रोड का है। घटना के बाद धारा 302, 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया था। जाँच के दौरान पुलिस ने पाया कि रामसुख की 45 वर्षीया मृतका पत्नी से आरोपित इरफान के निजी संबंध थे। इसका रामसुख और मृतका की बेटी विरोध किया करते थे। इसी विरोध के कारण इरफान ने 2 सप्ताह पहले ही अपने साथियों के साथ मृतका की बेटी की हत्या का प्लान बना चुका था। इसके लिए उसने लोहे की रॉड और चापड़ (धारदार हथियार) पहले ही खरीद लिया था।
थाना लम्भुआ क्षेत्र अन्तर्गत हुई मां ,बेटी की हत्या की घटना का अनावरण किया गया । pic.twitter.com/N1nu70c3ak
— Sultanpur Police (@PROCell19) July 2, 2022
पुलिस प्रेसनोट में आगे कहा गया कि 28 जून 2022 को तीनों आरोपित रामसुख के घर में विरोध करने वालों की हत्या करने की नियति से घुसे। उस समय उन्हें रामसुख की 21 वर्षीया बेटी घर में अकेली दिखी। तीनों ने मिल कर उसे मार डाला। इस दौरान रामसुख की पत्नी भी वहाँ आ गई। आरोपितों ने उन्हें भी मार डाला। इसके बाद तीनों फरार हो गए। पुलिस मामले की पड़ताल करते हुए आरोपितों तक पहुँच गई और तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
इरफान ने पुलिस पर भी किया हमला
पुलिस के मुताबिक 2 जुलाई को जब तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया तब इरफान से घटना में प्रयोग किए गए हथियार को बरामद और आरोपितों द्वारा पहने गए कपड़े बरामद करवाने के लिए कहा गया। इस पर इरफान पुलिस को अपने घर ले गया। इस दौरान उसने एक जगह पर छिपाए गए 315 बोर के तमंचे से पुलिस पर ही फायर कर दिया। गोली लगने से एक हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र सिंह घायल हो गए। मौका देख कर इरफान भागने लगा। पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की जो इरफान के पैर में लगी।
पुलिस ने अपने घायल हेड कांस्टेबल और आरोपित इरफान को अस्पताल पहुँचाया। दोनों की हालत फ़िलहाल स्थिर है। इरफान से माँ-बेटी की हत्या में प्रयोग हुई लोहे की रॉड, धारदार हथियार चापड़, खून से सने कपड़े और पुलिस पर हमले में प्रयोग हुआ 315 बोर तमंचा 1 जिन्दा और 3 खाली खोखे के साथ बरामद हुआ। IG रेंज अयोध्या ने यह बहादुरी भरा कार्य करने वाली पुलिस टीम को इनाम भी दिया है। इसी के साथ पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से मिल कर उन्हें सांत्वना भी दी।