Sunday, September 8, 2024
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दिल्ली में ढाई गुना बढ़ाई गई विधायकों की सैलरी, मंत्री-स्पीकर का भी वेतन बढ़ा: बोले डिप्टी CM मनीष सिसोदिया – करदाताओं का धन्यवाद

मनीष सिसोदिया ने कहा कि किसी भी संस्था की सफलता प्रतिभा की गुणवत्ता से निर्धारित होती है और प्रतिभा को बनाए रखने में रुपया अहम भूमिका निभाता है।

दिल्ली विधानसभा ने विधायकों, मंत्रियों और स्पीकर की सैलरी बढ़ाने वाले विधेयक को पास कर दिया है। विधायकों के वेतन में ढाई गुना इजाफा किया गया है। प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से विधायकों को 12,000 रुपए का बेसिक वेतन मिल रहा था, लेकिन अब इसे बढ़ा कर 30,000 रुपए कर दिया गया है। इस तरह से दिल्ली में अब एक विधायक को कुल वेतन-भत्ते के रूप में हर माह 90,000 रुपए मिलेंगे।

मनीष सिसोदिया ने दवा किया कि पिछले 7 वर्षों से इस मुद्दे को लेकर काफी विचार-विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि 7 साल पहले केंद्र सरकार को इस सम्बन्ध में कुछ आपत्तियाँ थीं, जिन्हें समाविष्ट करने के बाद दिल्ली विधानसभा ने फिर से इस बिल को पास किया है। उन्होंने आशा जताई कि केंद्र सरकार की भी मंजूरी इसे जल्द ही मिल जाएगी। बता दें कि कुछ ही दिन पहले ‘आम आदमी पार्टी’ पंजाब में विधायकों के वेतन-पेंशन में कटौती करने के फैसले पर देश भर में अपनी पीठ थपथपा रही थी।

सोमवार (4 जुलाई, 2022) को पास किए गए इस विधेयक के लागू होने के बाद से मंत्रियों का वेतन भी बढ़ जाएगा। हालाँकि, विपक्षी भाजपा के विधायकों ने भी विधानसभा में इस बिल का समर्थन किया। मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि लोगों के पास उनकी ज़रूरतों से थोड़ी अधिक आय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था की सफलता प्रतिभा की गुणवत्ता से निर्धारित होती है और प्रतिभा को बनाए रखने में रुपया अहम भूमिका निभाता है।

दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि राजनीति में प्रमोशन बेहद ज़रूरी है और इसका एक महत्वपूर्ण पहलू है वेतन। इस तरह एक विधायक के कुल वेतन-भत्ते को मासिक तौर पर 54,000 रुपए से बढ़ा कर सीधा 90,000 रुपया कर दिया गया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमें उन करदाताओं को धन्यवाद करना चाहिए, जिनके रुपयों से हमें वेतन मिलता है, और इस प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए। संसदीय मामलों, न्याय और कानून मंत्री कैलाश गहलोत ने इस संशोधन बिल को टेबल पर रखा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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