Wednesday, November 27, 2024
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लखनऊ से पकड़े गए नुरुद्दीन जंगी के साथ बिहार पुलिस की सत्तू पार्टी: पटना कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था, PFI के ‘मिशन 2047’ से जुड़े हैं तार

एफआईआर दर्ज होने के बाद दरभंगा का रहने वाला जंगी फरार हो गया था। उसे 15 जुलाई को लखनऊ के मवैया मेट्रो स्टेशन से पकड़ा गया था।

बिहार पुलिस का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ जवान नुरुद्दीन जंगी के साथ सत्तू पीते नजर आ रहे हैं। जंगी कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का सक्रिय सदस्य है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जंगी को पेशी के लिए पटना कोर्ट लाया गया था। इस दौरान उसे पुलिसकर्मियों के साथ आराम से बात करते और सत्तू पीते देखा गया। वीडियो सोमवार (18 जुलाई 2022) का बताया जा रहा।

फुलवारी शरीफ से दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद जिन 26 लोगों पर नामजद एफआईआर हुई थी, उनमें जंगी भी है। उसे लखनऊ से पकड़ा गया था। इन आतंकियों की गिरफ्तारी से 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की साजिशों का खुलासा हुआ था। पुलिस ने बताया था कि पीएफआई इसके लिए युवाओं को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के नाम पर हथियार चलाने का प्रशिक्षण दे रहा था।

जंगी को 15 जुलाई को लखनऊ के मवैया मेट्रो स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे बिहार लाया गया। वायरल वीडियो में जंगी पूरी तरह बेफिक्र दिख रहा। उसके हाथों में हथकड़ी नहीं थी। पत्रकार प्रकाश कुमार ने ट्वीट कर कहा है, “कहा जा रहा है कि पुलिसकर्मियों को सत्तू जंगी ने ही अपने पैसे से पिलाई थी।” पेशी के बाद सिविल कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

दरभंगा के डीएसपी कृष्णानंद के मुताबिक, नुरुद्दीन बिहार के दरभंगा के उर्दू बाजार के शेर मोहम्मद गली का रहने वाला है, वह लंबे समय से पीएफआई से जुड़ा हुआ है। 11 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ में दो संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने और पटना पुलिस के द्वारा इस मामले में 26 लोगों पर नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज करने के बाद वह बिहार छोड़ फरार हो गया था।

गौरतलब है कि फुलवारी शरीफ के नया टोला से 11 जुलाई, 2022 को पटना पुलिस ने अतहर परवेज और जलालुद्दीन को और 14 जुलाई को अरमान मल्लिक को पकड़ा था। वे फुलवारी शरीफ में शारीरिक प्रशिक्षण की आड़ में आतंकी प्रशिक्षण देने और भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र (गजवा-ए-हिन्द) बनाने की साजिश से जुड़े हैं। इसके बाद बिहार पुलिस की जाँच के दौरान इनके पूरे आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हो गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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